Rana Sanga Row: समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ आया है। रामजी लाल सुमन के बयान के बाद यह मुद्दा अब राणा सांगा पर फोकस हो गया है, जिससे भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेता सपा सांसद की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। रामजी लाल सुमन के बयान ने एक नया विवाद खड़ा किया है और इस पर जमकर राजनीति हो रही है।
बीजेपी नेताओं की कड़ी निंदा

रामजी लाल सुमन के बयान को लेकर भाजपा के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि सपा सांसद ने जानबूझकर समाज को बांटने की कोशिश की है। इसके बाद, बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सपा सांसद के बयान पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए सपा के नेताओं की कड़ी आलोचना की।
बृजभूषण शरण सिंह का तीखा हमला

बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सपा के नेताओं के शरीर में दैत्याचार्य शुक्राचार्य की आत्मा समाई हुई है। उन्होंने कहा कि इस बयान का परिणाम राणा सांगा के परिवार और राजपूत समाज को लेकर चिंता का विषय नहीं होना चाहिए, क्योंकि शुक्राचार्य के बताए रास्ते पर चलने से रावण का अंत हुआ था। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इतिहास में बहुत कुछ देखने को मिलता है, लेकिन ऐसे बयान कभी नहीं दिए जाने चाहिए, जो किसी समाज या जाति को आहत करें।
सपा सांसद को बयान वापस लेने की सलाह
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा कि राणा सांगा, शिवाजी, संभाजी महाराज, और झांसी की रानी जैसे देशभक्तों की भूमिका पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए। उन्होंने सपा सांसद रामजी लाल सुमन को अपना बयान वापस लेने की सलाह दी और चेतावनी दी कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो समाजवादी पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
रामजी लाल सुमन का विवादित बयान

आपको बता दे कि, यह विवाद तब शुरू हुआ जब सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में कहा था, “भाजपा का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है तो फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है?” इसके बाद रामजी लाल सुमन ने यह भी कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत में आमंत्रित किया था। उन्होंने बाबर को लेकर एक विवादित बयान दिया और कहा कि “मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो हिंदू राणा सांगा की औलाद हैं।” उनका यह बयान देश में एक नया विवाद उत्पन्न कर गया है, जिसके बाद यह मुद्दा राज्यसभा में और देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।
राजनीतिक माहौल में उबाल
रामजी लाल सुमन के बयान ने भारतीय राजनीति को फिर से गरमा दिया है। जहां एक ओर बीजेपी के नेता इस बयान को भड़काऊ और समाज को बांटने वाला बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सपा के नेता अपने सांसद का बचाव कर रहे हैं। इस बयान ने न केवल राजनीतिक पार्टियों के बीच घमासान को बढ़ाया है, बल्कि यह पूरे देश में एक नई बहस का कारण बन गया है।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं
रामजी लाल सुमन के बयान को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। बीजेपी और सपा के नेताओं के बीच शब्दों की जंग तेज हो गई है और यह मामला अब भारतीय राजनीति में एक अहम मुद्दा बन चुका है। सपा के नेता जहां इस बयान को राजनीतिक मोर्चा जीतने की कोशिश मान रहे हैं, वहीं बीजेपी इसे समाज को विभाजित करने की साजिश बता रही है।