किसान आंदोलन पर Rakesh Tikait की सलाह ‘समाधान निकाले सरकार किसान वापस नहीं जाएगा’

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Farmers Protest: आगामी लोकसभा चुनाव के पहले एक फिर से किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरु कर दिया है. न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू हुआ. वहीं ‘दिल्ली चलो’ कूच से अभी तक खुद को अलग रखने वाले राकेश टिकैत की अब एक बार फिर से आंदोलन में एंट्री हो गई है. बता दे कि बीते दिन (मंगलवार) को एक ओर जहां पंजाब के किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे, वहीं नरेश टिकैत शामली में एक शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहे जबकि राकेश टिकैत बेंगलुरु में थे.

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सरकार को दिया 16 तारीख तक का समय..

बता दे कि आज राकेश टिकैत एक बार फिर से आंदोलन में शामिल हो गए है. उन्होंने कहा कि ‘किसान वापस नहीं जाएगा. किसान बगैर बातचीत और समाधान के वापस नहीं जाएगा. अगर उनसे बातचीत नहीं की जाती है तो वह दिल्ली की तरफ तो जाएगा ही. हमारे लिए दिल्ली दूर नहीं है. हमारी 16 तारीख की कॉल है और सरकार को 16 तारीख तक का समय है की समाधान निकाल ले.

भारतीय किसान यूनियन उग्राहां का ऐलान

लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे है. किसान अपनी मांगों लेकर डंटे हुए है. पंजाब में किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्राहां ने ऐलान किया है कि कल यानी 15 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम किए जाएंगे. दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों पर आंसू गैस चलाए जाने से नाराज होने के बाद किसान संगठन ने ये फैसला लिया है.

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिक्रिया आई सामने

इसी बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि रास्ता बंद करने से कोई हल नहीं निकलेगा. किसान राजनीति से प्रेरित नहीं हो. हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर आज भी जबरदस्त बवाल हुआ है. किसान लगातार दिल्ली कूच करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसान नेता सरवन सिंह पंढेर संग बातचीत की है. उन्होंने इस बातचीत के बाद कहा कि किसानों के मुद्दे पर कुछ बातों पर सहमति बनी है. कुछ बातों पर चर्चा के लिए हम तैयार हैं. उन पर कई विकल्प किसान प्रतिनिधिमंडल भी दे सकता है और हम भी दे सकते हैं. हम एक विकल्प पर आकर उन बातों का समाधान भी ढूंढ सकते हैं. किसानों से हम अपील करते हैं कि वह किसी के बहकावे में नहीं आएं.

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