Rajya Sabha Election: चुनाव आयोग ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा की कुल छह राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव कराने का ऐलान किया। इन सीटों पर 20 दिसंबर को मतदान होगा और उसी दिन शाम या रात तक चुनाव परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। यह उपचुनाव उन रिक्त सीटों के लिए हैं, जिन पर विभिन्न कारणों से चुनाव होना जरूरी हो गया था।
14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित
गौरतलब है कि हाल ही में 14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए थे। चुनाव आयोग ने अब राज्यसभा की छह रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान किया है, जिनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा की सीटें शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश राज्यसभा सीटों पर तीन रिक्तियां
आंध्र प्रदेश की राज्यसभा सीटों पर तीन रिक्तियां उत्पन्न हुईं, जब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य वेंकटरमण राव मोपीदेवी, बीड़ा मस्तान राव यादव और रयागा कृष्णैया ने अगस्त महीने में राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। यादव और कृष्णैया का कार्यकाल 21 जून, 2028 तक चलने वाला था, जबकि मोपीदेवी को 21 जून, 2026 को सेवानिवृत्त होना था। इन इस्तीफों के कारण राज्यसभा में इन सीटों के लिए उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी।
ओडिशा में एक सीट रिक्त
ओडिशा में एक राज्यसभा सीट रिक्त हुई, जब सुजीत कुमार ने अपनी सीट छोड़ दी और बाद में बीजू जनता दल द्वारा उन्हें निष्कासित कर दिया गया। उनका कार्यकाल 2 अप्रैल, 2026 तक चलने वाला था, लेकिन उनके निष्कासन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया।
पश्चिम बंगाल और हरियाणा में भी उपचुनाव
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य जवाहर सरकार ने अप्रैल महीने में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था, और उनके इस्तीफे के बाद राज्यसभा की इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। वहीं, हरियाणा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कृष्ण लाल पंवार ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में विधायक चुने जाने के बाद अपनी राज्यसभा सीट छोड़ दी थी, जिसके कारण यहां भी उपचुनाव का रास्ता खुला।
उपचुनाव में किस पार्टी का पलड़ा भारी रहेगा?

आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (TDP) और ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का दबदबा है, जबकि हरियाणा में भाजपा का नियंत्रण कायम है। इन उपचुनावों के परिणाम राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम होंगे, क्योंकि इन सीटों पर जीत हासिल करने के बाद इन राज्यों में सत्ता के समीकरण में बदलाव हो सकता है। चुनाव आयोग ने 20 दिसंबर को मतदान की तारीख तय की है, और उसी दिन परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। इन उपचुनावों को लेकर सभी दल अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं, और उम्मीद की जा रही है कि इन सीटों पर होने वाला चुनाव देश की राजनीतिक स्थिति में एक अहम मोड़ ला सकता है।