राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर राज्य में मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना का शुभारम्भ किया। योजना के तहत राजस्थान के एक करोड़ चार लाख लोगों को मुफ्त राशन पैकेट दिए जाएंगे।

Rajasthan Food Packet Yojana: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वतंत्रता दिवस पर जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट का वितरण किया उन्होंने कहा कि संविधान की मूल भावना के अनुरूप सामाजिक सुरक्षा के उद्देश्य से निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना का शुभारम्भ किया गया है। मुख्यमंत्री ने इसे आजादी का अन्नपूर्णा महोत्सव नाम दिया इस पैकेट में एक किलो चने की दाल, एक किलो चीनी, नमक, एक लीटर सोयाबीन का तेल, 100 ग्राम मिर्च का पाउडर, 100 ग्राम धनिया का पाउडर और 50 ग्राम हल्दी का पाउडर होगा। वही बता दे कि सरकारी आकड़ें के अनुसार महंगाई राहत कैम्प में 1.4 करोड़ लोगों ने पंजीयन कराया है। इसके साथ ही जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया हो अब भी करा सकते हैं।
1 करोड़ 4 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाए…

फ्री फूड पैकेट योजना पर राज्य सरकार सालाना करीब 4500 करोड़ रूपए खर्च करेगी। एक करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा। महंगाई राहत कैम्प में अब तक 1 करोड़ 4 लाख 93 हजार से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। सीएम ने राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित परिवारों को भी फ्री राशन किट योजना से जोड़ने की घोषणा की है।
खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित जिन परिवारों को कोरोना में 5500 रुपए मिले थे उन्हें फ्री राशन किट दिए जाएंगे। इन परिवारों की संख्या पांच लाख से ज्यादा है। कोरोना के वक्त खाद्य सुरक्षा से वंचित गरीब और जरूरतमंद परिवारों का सर्वे करवाया था। उस सर्वे में शामिल परिवारों को भी फ्री राशन किट दिए जाएंगे। अब तक खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लोग ही इस योजना का फायदा उठा सकते थे लेकिन आज से सीएम की घोषणा के बाद इसका दायरा बढ़ा दिया है।
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कोविड प्रभावित परिवारों को भी मिलेगी किट…

योजना की शुरूआत करते वक्त मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत सरकार की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) में अधिकतम लाभार्थियों की सीमा निश्चित करने से कई जरूरतमंद परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसीलिए कोविड के दौरान राज्य सरकार ने जिन परिवारों को आर्थिक सहायता दी थी, उन्हें भी इस योजना में शामिल किया गया है।
इन परिवारों को भी मिलेगा निःशुल्क राशन किट…

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) में अधिकतम लाभार्थियों की सीमा निश्चित करने से कई जरूरतमंद परिवार इसके लाभ से वंचित हैं. कोविड के दौरान निराश्रित परिवारों का सर्वे कर लगभग 32 लाख NFSA एवं Non-NFSA परिवारों को 5500 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी। उन्होंने कहा कि जिन Non-NFSA परिवारों को कोविड में आर्थिक सहायता दी गई थी, उन्हें भी अन्नपूर्णा राशन किट योजना में निःशुल्क राशन किट उपलब्ध करवाया जाएगा।
1 किट पर 359 रु. खर्च करेगी सरकार…

सरकार की यह योजना महिलाओं को लुभाने के लिए लाई गई है, शायद यही कारण है कि फूड पैकेट्स का रंग भी गुलाबी है और जहां से यह किट वितरित होंगे उन दुकानों को भी गुलाबी रंग से रंगवा दिया गया है। हर पैकेट पर सीएम अशोक गहलोत का फोटो है। बताया जा रहा है कि एक फूड पैकेट की कीमत करीब 359 रुपए है। जिसका खर्च सरकार वहन करेगी।
क्या है इन योजनाओं का चुनावी कनेक्शन?

राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार ने बीते कुछ महीनों में ऐसी कई योजनाएं शुरू की हैं, जो सीधे गांव, गरीब और किसान से जुड़ी हुई हैं। इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर योजना, अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, मुफ्त मोबाइल फोन योजना से गहलोत ने सीधे पूरे प्रदेश के महिला वर्ग को छूने की कोशिश की है। वहीं, मनरेगा में 25 दिन बढ़ाना, किसानों को दो हजार यूनिट बिजली मुफ्त देना भी किसानों और गरीब परिवारों को जोड़ने के मकसद से शुरू की गई योजनाएं हैं।