ZIM vs AFG: क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन अफगानिस्तान ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 2 विकेट पर 425 रन बनाए। रहमत शाह (Rahmat Shah) (231 रन) और हशमतुल्लाह शाहिदी (141 रन) के बीच नाबाद 361 रनों की शानदार साझेदारी ने अफगानिस्तान को मैच में शानदार वापसी दिलाई। तीसरे दिन का खेल 95/2 रन से शुरू हुआ और अफगानिस्तान ने जिम्बाब्वे की पहली पारी के विशाल स्कोर 586 रनों के मुकाबले खुद को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
अफगानिस्तान का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर
रहमत शाह (Rahmat Shah) ने अपनी पारी की शुरुआत से ही अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से जिम्बाब्वे के गेंदबाजों पर दबाव डाला। उन्होंने जल्दी ही अर्धशतक पूरा किया और फिर अपने शतक तक पहुंच गए। 416 गेंदों का सामना करते हुए रहमत शाह ने 23 चौके और 3 छक्के लगाए। उनकी यह शानदार पारी अफगानिस्तान के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी पारी बन गई, क्योंकि इससे पहले शाहिदी द्वारा 2021 में बनाए गए 200 रन का रिकॉर्ड टूटा। रहमत ने 231 रन की पारी खेलकर अफगानिस्तान का टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर दर्ज किया।
रहमत शाह (Rahmat Shah) की पारी ने न केवल रिकॉर्ड तोड़े बल्कि अफगानिस्तान को जिम्बाब्वे के विशाल स्कोर के मुकाबले एक मजबूत स्थिति में भी ला खड़ा किया। उन्होंने अपना खेल बेहद संयमित तरीके से खेला और जिम्बाब्वे के गेंदबाजों के खिलाफ एक लंबी पारी खेली, जिससे अफगानिस्तान को मुश्किल हालात से उबरने में मदद मिली।
हशमतुल्लाह शाहिदी का धैर्यपूर्ण प्रदर्शन
दूसरे छोर पर हशमतुल्लाह शाहिदी भी शानदार रूप में दिखे। उन्होंने अपनी पारी को संयमित तरीके से आगे बढ़ाया और रहमत के शतक से पहले ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। शाहिदी (Rahmat Shah) की यह पारी उनकी धैर्य और कड़ी मेहनत का परिणाम थी। उनकी 16 चौकों से सजी इस पारी ने टेस्ट क्रिकेट में उनका दूसरा शतक भी पूरा किया। शाहिदी और रहमत के बीच की रिकॉर्ड साझेदारी अब तक अफगानिस्तान के टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी बन गई है। इससे पहले, 2021 में जिम्बाब्वे के खिलाफ शाहिदी और असगर अफगान ने 307 रन की साझेदारी की थी।
जिम्बाब्वे का संघर्ष और दुर्लभ अवसर
जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने पूरे दिन विकेट लेने के लिए काफी संघर्ष किया, लेकिन खराब फील्डिंग के कारण उनके प्रयासों को सफलता नहीं मिल पाई। रहमत शाह (Rahmat Shah) कई बार कैच आउट होने से बचे, और उनके बल्ले से कम से कम चार मौके छूटे। इन मौके में मुजराबानी के एक ओवर में दो आसान कैच भी शामिल थे। यह दिन टेस्ट क्रिकेट में एक दुर्लभ अवसर भी साबित हुआ, क्योंकि जिम्बाब्वे ने पहली बार अपने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पूरे दिन का खेल खेलने के बावजूद एक भी विकेट नहीं लिया।
अफगानिस्तान के बल्लेबाजों की बेहतरीन परफॉर्मेंस और जिम्बाब्वे के गेंदबाजों की निराशाजनक हालत ने मैच में एक नया मोड़ ला दिया है। अगर अफगानिस्तान इसी तरह अपनी पारी को आगे बढ़ाता है, तो जिम्बाब्वे को मुश्किल में डालने का काम करेगा।