Asian Paints Share Price: आज, 24 फरवरी 2025 को एशियन पेंट्स के शेयरों में 0.47% की गिरावट आई। शेयर की कीमत ₹2257.20 से घटकर ₹2246.55 प्रति शेयर पर पहुँच गई। बाजार में यह गिरावट इस समय के नकारात्मक रुझानों को दर्शाती है। इस गिरावट के साथ, निवेशकों को इस स्टॉक पर नज़र बनाए रखनी चाहिए ताकि वे बाजार के उतार-चढ़ाव को समझ सकें और भविष्य में होने वाले लाभ या नुकसान का सही आकलन कर सकें।
Read more :Airtel ने लॉन्च किया नया प्लान…365 दिनों तक फ्री कॉलिंग और एक्टिव सिम कार्ड
पिछले कारोबारी दिन का प्रदर्शन

पिछले कारोबारी दिन में एशियन पेंट्स के शेयर की ओपनिंग ₹2249.05 पर हुई थी और यह ₹2249.30 पर बंद हुआ। दिनभर के उतार-चढ़ाव में यह स्टॉक ₹2266.50 के उच्चतम स्तर और ₹2236.35 के न्यूनतम स्तर तक पहुँचने में सफल रहा। फिलहाल, कंपनी की बाजार पूंजी ₹2,16,510.13 करोड़ है, और बीएसई पर कुल 28,749 शेयरों की ट्रेडिंग हुई। इस शेयर ने पिछले एक साल में ₹3394 का उच्चतम और ₹2186.35 का न्यूनतम स्तर भी छुआ है।
प्रतिस्पर्धी कंपनियों का प्रदर्शन

एशियन पेंट्स के शेयरों में गिरावट के साथ-साथ, कंपनी की प्रतिस्पर्धी कंपनियों के शेयरों में भी कमजोरी देखी गई है। पिडिलाइट इंडस्ट्रीज, एसआरएफ, सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया और बर्जर पेंट्स इंडिया जैसी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई है। यह बाजार के समग्र रुझान को दर्शाता है, जहाँ एक तरफ एशियन पेंट्स के शेयर में गिरावट हो रही है, वहीं दूसरी ओर प्रतिस्पर्धी कंपनियों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। इससे यह संकेत मिलता है कि इस समय की बाजार स्थितियों ने पेंट और पेंट्स उद्योग की कंपनियों को प्रभावित किया है।
बाजार का सामान्य माहौल

एशियन पेंट्स के शेयरों में गिरावट के साथ-साथ प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स जैसे निफ्टी और सेंसेक्स में भी गिरावट देखी गई है। निफ्टी में 0.51% और सेंसेक्स में 0.65% की गिरावट आई है, जो समग्र बाजार में दबाव का कारण बनी हुई है। इस गिरावट से निवेशक चिंतित हैं और बाजार के रुझानों पर नज़र बनाए हुए हैं।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति है?

निवेशकों को वर्तमान बाजार की स्थिति को देखते हुए सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए। एशियन पेंट्स के शेयरों में आई गिरावट अस्थायी हो सकती है, और यदि कंपनी की आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहती है, तो यह एक अच्छा निवेश अवसर हो सकता है। लेकिन, वैश्विक संकेतक और बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। जो निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, वे इस गिरावट को खरीदारी का मौका मान सकते हैं। वहीं, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को सतर्क रहने की जरूरत है और बाजार के नकारात्मक रुझानों को समझते हुए निवेश करना चाहिए।