UP Panchayat Election: इस साल 2025 में ग्राम प्रधान चुनाव होने हैं उससे पहले प्राइम टीवी की टीम ग्राउंड जीरो पर उतरकर गांवों में पिछले 5 सालों में हुए विकास कार्यों की सच्चाई जानने उतर चुकी है।गांवों के लिए सरकार की ओर से कई तरह के विकास कार्यों के लिए अलग-अलग धनराशि आवंटित की जाती है लेकिन अधिकारियों और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है जिन योजनाओं के दम पर पीएम मोदी विकसित भारत के सपने को साकार करने के साथ ही गांवों की तस्वीर बदल देने का दावा करते आ रहे हैं।
सच्चाई जानने गांव-गांव,गली-गली पहुंची प्राइम टीवी टीम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीकेटी तहसील के गांव परसऊ में पंचायत भवन के नाम पर बड़ा बंदर बाँट का खेल सामने आया है।गांव परसऊ में ग्राम प्रधान धर्मेश प्रधान ने पंचायत भवन के रुपयों का बड़ा गबन किया है जहां अबतक गांव में ग्राम पंचायत भवन नहीं है।केंद्र सरकार ने देश को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ करवाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की शुरूआत की थी लेकिन राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की धज्जियां कैसे उड़ाई जाती है इसकी बानगी आप बीकेटी तहसील के गांव परसऊ में देख सकते हैं।परसऊ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल तस्वीर सामने आई है।जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी डॉक्टर नहीं बैठता है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सरकारी योजनाओं के नाम पर हो रहा तगड़ा खेल

सरकार की ओर से विधवा पेंशन योजना को गरीब और बेसहारा विधवा महिलाओं के लिए बनाया गया था लेकिन लखनऊ के बीकेटी तहसील के गांव परसऊ में गरीब और बेसहारा विधवा महिलाओं को विधवा पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।जिससे विधवा महिलाओं को जीवन यापन करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान और अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा खेल
बक्शी का तालाब के ग्राम नगवा मऊ की स्थिति भी काफी बदहाल है यहां के ग्राम प्रधान प्रहलाद हैं।जिन्होंने गांव के लोगों के लिए कोई काम नहीं किया है।प्राइम टीवी टीम ने जब लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि,ग्राम प्रधान प्रहलाद आते हैं और खानापूर्ति करके चले जाते हैं।ग्राम प्रधान प्रहलाद बोलते हैं कि,जिधर वोट देंगे उधर विकास होगा।
प्रधानमंत्री सुलभ शौचालय योजना के नाम पर हो रहा खेल

बक्शी का तालाब का गांव नागवामऊ जहां प्रधानमंत्री की सुलभ शौचालय योजना की धज्जियाँ वहां के प्रधान प्रह्लाद के अनदेखी के जरिये बखूबी उड़ाई जा रही है क्योंकि शौचालय तो बनवाया गया लेकिन यहां तक न तो पानी पहुंचा है और न ही कोई अन्य सुविधा जिसकी वजह से शौचालय सिर्फ शो पीस बनकर रह गया है अब उनकी हालत जर्जर होती जा रही है और अंदर कूड़े का ढेर लगता जा रहा है।
विकास कार्यों के नाम पर हो रहा खिलवाड़

प्रधानमंत्री की सबसे महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन और दूसरी तरफ वो लोग जो इन योजनाओं की धज्जियां उड़ाते नजर आते हैं।ऐसी ही एक तस्वीर हम आपको दिखाते हैं लखनऊ के बक्शी के तालाब तहसील के धिनौरी गांव की जहां के प्रधान हैं गुड्डू वर्मा जिसने गांव में कोई काम नहीं करवाया है गांव में न नाली बनी है न खड़ंजा,, नालियां हैं वो भी ओवर फ्लो हैं जिसकी वजह से लोगों का जीना मुहाल हो चुका है।
आंगनबाड़ी की स्थिति बेहद ही खस्ताहाल और दयनीय
प्रधान गुड्डू वर्मा का कारनामा तो इतना गजब है कि,गांव में विकास तो दूर की बात है गांव का पंचायत भवन भी टूटा है वो भी सही नहीं करवाया गया अब तक भवन बिल्कुल जर्जर हो चुका है और कभी भी कोई हादसा हो सकता है।यहाँ तक गांव में आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति भी बहुत खराब है जहां बच्चों का उज्जवल भविष्य गढ़ा जाता है लेकिन वहां अब कुत्ते लोटते नजर आते हैं।
धिनौरी गांव में नहीं मिल रहा पीएम योजना का लाभ

धिनौरी गांव के लोगों की स्थिति और भी बदहाल है यहां न तो पीएम योजना का लाभ मिल रहा है और न ही सीएम योजना का।गांव के लोगों का कहना है की, उन्हें सरकार के आवास नहीं मिल रहे हैं क्योकि गांव के प्रधान अपने ही लोगों को आवास दे रहे हैं जरूरतमंदों को नहीं।इसके साथ ही पेंशन स्कीम का फायदा भी उन्हें नहीं मिल रहा है और ये सारी मेहरबानियां उन जिम्मेदार लोगों की वजह से है जिन पर भरोसा करके सरकार रोज नई योजना लाती है ताकि गांव में विकास हो सके।