Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर (Manu Bhaker) ने भारत के लिए पहला मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना साधते हुए भारत की झोली में पहला पदक डाला। मनु, एलिमिनेट होने से पहले दक्षिण कोरिया की किम येजी से केवल 0.1 अंक पीछे थीं, जिन्होंने सिल्वर मेडल जीता। इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल भी दक्षिण कोरिया की ओ ये जिन के खाते में गया।
ओलंपिक में पहला मेडल
22 वर्षीय मनु भाकर का यह ओलंपिक्स में पहला मेडल है। उनकी इस शानदार उपलब्धि पर पूरे देश में जश्न का माहौल बन गया है। मनु ने ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला शूटर बनकर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही वह शूटिंग में ओलंपिक पदक जीतने वाली चौथी भारतीय खिलाड़ी भी बन गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनु भाकर की इस अद्भुत उपलब्धि पर ट्वीट कर बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा, “शाबाश, मनु भाकर, पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला मेडल जीतने के लिए। ब्रॉन्ज मेडल जीतने की बहुत-बहुत बधाई। ये सफलता भारत के लिए और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि मनु भारत के लिए शूटिंग में मेडल जीतने वाली पहली महिला शूटर बन गई हैं। ये अद्भुत उपलब्धि है।”
राष्ट्रपति ने दी बधाई
पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर को हार्दिक बधाई। वह शूटिंग प्रतियोगिता में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। भारत को मनु भाकर पर गर्व है। उनकी यह उपलब्धि कई खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं को प्रेरित करेगी। मैं कामना करता हूँ कि वह भविष्य में उपलब्धियों की नई ऊँचाइयों को छुएँ।
12 साल बाद शूटिंग में मेडल
मनु भाकर के पदक जीतने पर देशभर से बधाइयों का तांता लग गया। गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने मनु को बधाई दी। अभिनव बिंद्रा ने ट्वीट किया, “मनु, तुमने न सिर्फ भारत का मान बढ़ाया है बल्कि नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी बनी हो।” मनु भाकर ने शूटिंग में भारत को 12 साल बाद ओलंपिक मेडल दिलाया है। इससे पहले 2012 में गगन नारंग और दीपक कुमार ने सिल्वर मेडल जीता था। मनु ने इस सूखे को खत्म करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
कोरियाई खिलाड़ियों का दबदबा
इस 10 मीटर एयर पिस्टल मुकाबले में गोल्ड और सिल्वर मेडल दोनों ही दक्षिण कोरिया की खिलाड़ियों ने जीते। ओ ये जिन ने 243.2 पॉइंट हासिल कर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल जीता, जबकि किम येजी ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। मनु भाकर ने जिस दृढ़ता और संयम के साथ इस प्रतियोगिता में प्रदर्शन किया, वह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। उनके इस प्रदर्शन ने न केवल उन्हें देश का हीरो बना दिया है, बल्कि आगामी प्रतियोगिताओं के लिए भी बड़ी उम्मीदें जगा दी हैं।
मनु भाकर की इस जीत ने भारतीय खेलों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। मनु भाकर की इस अद्भुत जीत ने भारत को गर्वित किया है और यह दिखाया है कि यदि दृढ़ निश्चय और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। मनु की यह जीत भारतीय खेलों के लिए एक नई प्रेरणा है और वह आने वाले समय में और भी बड़ी उपलब्धियों को हासिल करने के लिए तैयार हैं।