Population Census: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश में जल्द ही जनगणना (Population) करा सकती है। लंबे समय से अटके हुए पॉपुलेशन सेंसस सर्वे को लेकर यह बड़ा अपडेट बुधवार यानी 21 अगस्त, 2024 को सरकार से जुड़े दो सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिया था। उन्होंने बताया कि केंद्र इसे सितंबर, 2024 के आस-पास जनगणना करा सकती है। अचानक होने वाली इस जनगणना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई वर्षों की आलोचना के बाद अपने तीसरे कार्यकाल में आंकड़ों में इस महत्त्वपूर्ण खाई को पाटना चाहते हैं।
हर दस साल में होती है जनगणना
आपको बता दें कि भारत में हर दस साल बाद जनगणना कराई जाती है। पिछली जनगणना 2011 में हुई थी और इस लिहाज से जनगणना की यह प्रक्रिया 2021 में पूरी हो जानी चाहिए थी। मगर कोविड-19 के प्रकोप के चलते इसमें देरी हो गयी। इस मामले से सीधे तौर पर जुड़े दो सरकारी सूत्रों के हवाले से पता चला है कि जनगणना की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होने के बाद करीब 18 महीनों में पूरी हो जाएगी। जनगणना की यह प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गृह मंत्रालय और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एक समय-सीमा तैयार की है जिसके तहत मार्च 2026 तक नई जनगणना के नतीजे जारी करने का लक्ष्य रखा गया है।
पुरानी जनगणना के आंकड़ों पर चल रही योजनाएं
सरकार कई अर्थशास्त्रियों ने नई जनगणना में हो रही देरी की आलोचना की है क्योंकि जाहिर है इससे आर्थिक आंकड़ों, मुद्रास्फीति और नौकरियों के अनुमानों सहित कई अन्य सांख्यिकीय सर्वेक्षणों की गुणवत्ता प्रभावित होती है। फिलहाल अधिकतर सरकारी योजनाएं 2011 की जनगणना के आंकड़ों पर ही आधारित हैं। जनगणना की प्रक्रिया को शुरू करने की अंतिम मंजूरी प्रधानमंत्री कार्यालय से फिलहाल नहीं मिली है और उसी का इंतजार किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र (UN) की पिछले साल जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत फिलहाल दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका है। 2023 में भारत इस मामले में चीन को पछाड़ते हुए नंबर-1 पर आ चुका है।