विशाल तिवारी
CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी अपराध और अपराधियों का सिक्का चलता था लेकिन वक्त ने करवट ली और योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद आज अपराधियों से ज्यादा तरजीह लोग विकास के मुद्दे को दे रहे हैं जिसका जिक्र खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है. आखिर उत्तर प्रदेश की सियासत से अपराध औऱ अपराधियों का ग्राफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैसे कम किया. देखिए हमारी इस खास रिपोर्ट में..
Read More: Lok Sabha Elections के बीच विधानसभा के लिए वोटिंग हुई कम,ना बड़े नेता निकले,ना वोटरों ने दिखाया दम
महिलाओं के साथ किए जा रहे अपराधों पर सख्ती

कभी सूबे की राजनीति में अपराध और अपराधियों के दबदबे से आम लोगों को राजनीति में उतरने के लिए बहुतों संघर्ष करने पड़ते थे लेकिन वक्त बदला और 2017 में उत्तर प्रदेश की मुखिया की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ बैठे जिसके बाद उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों की जड़ों को या तो काट दिया गया या उनमें उबलता हुआ पानी डालकर सुखा दिया गया.सूबे में योगी सरकार बनते ही महिलाओं के साथ किए जा रहे अपराधों को गंभीरता से लिया जाने लगा और जो कार्यवाई की गई वो उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए नजीर बनी.
जीरो टॉलरेंस नीति पर काम किया
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान ही योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अपराध और अपराधियों के खिलाफ अपने इरादे जाहिर कर दिए थे और प्रदेश की खराब पड़ी कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री ने जीरो टॉलरेंस नीति पर काम किया और आज कई शातिर बदमाशों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया .योगी आदित्य नाथ की इस कार्यवाई से न सिर्फ अपराधियों में खौफ पैदा हुआ बल्कि अपराध से कमाई गई प्रापर्टी को जब्त कर सरकारी खजाने में भी बढोत्तरी की गई जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही बीच बीच में अपराधियों को सख्त संदेश देते रहते हैं.
Read More: Arvind Kejriwal: खत्म हुई अंतरिम बेल,एक बार फिर पहुंचे जेल
यूपी में अपराधियों का सफाया

उत्तर प्रदेश में इन दिनों बाहुबलियों और माफियाओं के भी बुरे दिन चल रहे हैं. हालांकि, उनके खिलाफ कार्रवाइयां तो पहले भी हुई हैं, लेकिन इस बार सिर्फ कार्रवाई के बजाय सरकार ने ऑपरेशन नेस्तनाबूद चला रखा है. जिसमें न सिर्फ उनके खिलाफ बल्कि उनके परिवार, करीबियों और गैंग के सहयोगियों पर ताबड़तोड़ एक्शन लिया जा रहा है.उनके लाइसेंस निरस्त और निलंबित कर असलहे जमा करा लिये गए हैं.गैंग और बाहुबलियों के आर्थिक साम्राज्य को चोट पर चोट दी जा रही है. घर से लेकर अस्पताल और कोल्ड स्टोरेज से लेकर कामर्शियल इमारतें सब जमींदोज किये जा रहे हैं.उनकी जमीनें सरकार अपने कब्जे में ले रही है.
अब तक कितनी सम्पत्ति पर कार्रवाई की जा चुकी

आपको बता दें कि यूपी के माफियाओं की अब तक 400 करोड़ की सम्पत्ति पर काईवाई की जा चुकी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो अब ये भी ऐलान कर दिया है कि माफिया और बाहुबलियों की जब्त की गई जमीनों पर सरकार गरीबों के लिये आशियाना बनवाएगी और अवैध तरीके से अर्जित की गई सम्पत्तियों को जब्त करेगी.साथ ही पिछली सरकारों के समर्थन से जिनकी जमीनों पर कब्जा किया गया था.उनको वापस किया जाएगा.वहीं उत्तर प्रदेश की राजनीति में आपराधिक छवि के बाहुबलियों की कमर को तोड़ने का काम योगी आदित्यनाथ ने बखूबी तरीके से किया है.
Read More: आ रहा है सदी का ‘सबसे लंबा’ सूर्य ग्रहण,क्या भारत में दिखेगा ये दुर्लभ नजारा?
हरिशंकर तिवारी के घर पर छापेमारी

पूर्वांचल के माफियाओं की लिस्ट में एक बड़ा नाम रहा हरिशंकर तिवारी.1985 में उस समय चर्चा में आया, जब चिल्लूपार विधानसभा सीट से ऐसे इंसान ने जीत हासिल की जो जेल में था. भारतीय राजनीति में यह ऐसा पहला मामला था, जब जेल से किसी ने जीत हासिल की थी, लेकिन जिस दिन योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उसी के कुछ दिन बाद से ही असर दिखने लगा और हरिशंकर तिवारी के घर पर छापेमारी शुरू हो गई.
विजय मिश्रा भी योगी सरकार के निशाने पर रहे

वहीं भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से 4 बार विधायक रहे विजय मिश्रा भी योगी सरकार के निशाने पर रहे. पूर्वांचल के बाहुबली रहे विजय मिश्रा पर राजनीतिक सफर के दौरान कई आरोप लगे और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में उन पर एफआईआर दर्ज की गई.इसके साथ ही कानपुर के दुर्दांत अपराधी रहे विकास दुबे का भी सफाया योगी आदित्यनाथ ने कर दिया.
Read More: जल्द ही नए कलर के साथ लॉन्च होगा OnePlus 12 का नया वेरिएंट,जानिए इसके फीचर्स और दाम..
आजम खान पर सीएम योगी सख्त रहे

भड़काऊ भाषण देने और जौहर ट्रस्ट की जमीन की खरीद में हेरफेर करने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खान पर भी सीएम योगी सख्त रहे हैं और अब तक आजम पर कुल 80 से ज्यादा मामले दर्ज चुके हैं जिससे आजम को पहले भड़काऊ भाषण मामले में रामपुर कोर्ट ने दोषी करार देते हुए तीन साल की सजा सुनाई और इसके बाद जौहर ट्रस्ट के लिए खरीदी गई जमीन में नियमों का उल्लंघन करने पर योगी सरकार ने कार्रवाई की और 70 हेक्टेयर जमीन आजम से वापस ली.
इसके साथ ही 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने पर योगी सरकार ने अतीक पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया और व्यापारी की पिटाई के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अतीक को दूसरे राज्य की जेल में भेजने का आदेश दिया जिसके बाद उमेश पाल हत्याकांड मामले में इनको आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और धमकी, हत्या की कोशिश अपहरण समेत अतीक पर कुल 102 मामले दर्ज हो गए और कुछ दिन बाद अतीक की गोली मारकर हत्या कर दी गई
अवैध संपत्तियों को कुर्क किया

बीते छह वर्षों में माफिया मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और विजय मिश्र के खिलाफ कार्रवाई की गई है और प्रदेश के कई हिस्सों में उनकी अवैध संपत्तियों को कुर्क कर दिया गया.मउ, प्रयागराज, गाजीपुर, लखनऊ, भदोही, मध्य प्रदेश के रीवा में भी संपत्ति कुर्क की गई है. प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी की भी संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया है जबकि गैंगरेप के आऱोप में जेल में बंद पूर्व विधायक विजय मिश्र के बहू और बेटों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संपत्ति अटैच की गई है. अतीक अहमद की संपत्ति को कुर्क करने के साथ ही उसपर बुलडोजर भी चलाया गया है.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इन कार्यवाइयों की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी की.
Read More: Arunachal Pradesh में BJP की जीत,PM मोदी ने मतदाताओं का जताया आभार