नागपुर में Rahul Gandhi के बयान पर यूपी की सियासत गरमाई, योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने किया पलटवार

राहुल गांधी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह रायबरेली में सांसदों की एक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे और गलती से वहां मौजूद अधिकारियों से उनका नाम पूछ लिया, लेकिन वहां जितने भी अधिकारी थे, वे मुख्य रूप से एक या दो समुदाय के ही थे. अब राहुल गांधी के इस बयान पर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने तीखा पलटवार किया है.

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
rahul gandhi and dinesh pratap singh

UP Politics: महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) में कांग्रेस नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के एक बयान से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह रायबरेली में सांसदों की एक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे और गलती से वहां मौजूद अधिकारियों से उनका नाम पूछ लिया, लेकिन वहां जितने भी अधिकारी थे, वे मुख्य रूप से एक या दो समुदाय के ही थे. अब राहुल गांधी के इस बयान पर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने तीखा पलटवार किया है.

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दिनेश प्रताप सिंह का राहुल गांधी पर पलटवार

बताते चले कि, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दिशा की बैठक में दलित और पिछड़े वर्ग के अफसरों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया था. इस बयान पर अब यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने पलटवार किया है और राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उनकी जानकारी और योग्यता पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी नेता और यूपी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी तीन बार सांसद रह चुके हैं और संसद भवन तथा उनके संसदीय क्षेत्र ने उन्हें कैसे सहा होगा. उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी की तरह लिखकर बोलते, ताकि उनकी अज्ञानता और अक्षमता छिप जाती. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी सिर्फ अपने परिवार के प्रभाव के कारण यहां तक पहुंचे हैं और देश की जनता अब उनकी बातों पर हंस रही है.

दिशा की बैठक पर विवाद

दरअसल, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने नागपुर में अपने बयान में कहा था कि दिशा की बैठक में जब उन्होंने परिचय पूछा, तो वहां कोई दलित या पिछड़ा अधिकारी नहीं मिला. इस पर दिनेश प्रताप सिंह ने दावा किया कि वहां सभी वर्गों के लोग मौजूद थे, और राहुल गांधी सस्ती लोकप्रियता के लिए इस प्रकार का बयान देकर देश में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी को पिछड़े और दलित वर्ग की इतनी चिंता थी, तो वह वायनाड में किसी दलित या पिछड़े व्यक्ति को प्रत्याशी क्यों नहीं बनाते.

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कांग्रेस की नीतियों पर उठाए सवाल

दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी इतिहास पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि 1991 से 2022 तक कांग्रेस पार्टी ने जिन चार विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी बनाए, उनमें से अधिकतर उच्च जातियों से ही थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर दलित और पिछड़े वर्गों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस का खुद का इतिहास इस मुद्दे पर कमजोर है, जबकि वे बीजेपी पर इस तरह के आरोप लगाते हैं.

“राहुल गांधी नफरत फैला रहे हैं”: दिनेश प्रताप सिंह

दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर देश में सद्भावना बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी नफरत और अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान देश की गरिमा को गिराने वाला है और उनके जैसे अयोग्य सांसद को अपमानित करने से बचना चाहिए.

पीएम मोदी की सराहना और कांग्रेस से किया सवाल

दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने कहा कि जो कार्य कांग्रेस के नेता और उनके परिवार की पीढ़ियां नहीं कर पाईं, वह आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस पार्टी ने अब तक कितने दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को केंद्र, प्रदेश, और रायबरेली में उचित प्रतिनिधित्व दिया है. दिनेश प्रताप सिंह ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सद्बुद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि वे देशहित के बारे में सोचें और सकारात्मक राजनीति करें.

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