PM Narendra Modi के काम से ‘मेरा ह्रदय परिवर्तन हुआ, Shehla Rashid

Shehla Rashid एक कार्यकर्ता, शोधकर्ता और शिक्षाविद हैं। शेहला ने 2016 में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार तत्कालीन जेएनयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की वकालत करने के लिए प्रसिद्धि हासिल की थी।

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

JNU की पूर्व छात्र नेता Shehla Rashid ने महिलाओं के हक के लिए बात करते हुए कहां कि वे हिजाब पहनना चाहती हैं या नहीं, यह वह खुद तय कर सकती हैं। वही Shehla Rashid ने कहा कि मेरा ह्रदय परिवर्तन मोदी जी के काम से हुआ है।

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष Shehla Rashid एक बार फिर से सुर्खियों में बनी हुई हैं। शेहला रशीद महिलाओं के हक के लिए बात करते हुए कहती है कि वे हिजाब पहनना चाहती हैं या नहीं, यह वह खुद तय कर सकती हैं, बता दे कि PM Narendra Modi, भाजपा की लगातार आलोचना करने वाली शेहला रशीद के सुर अब बदले-बदले नजर आ रहे हैं। वही शेहला ने कश्मीर पर केंद्र की नीति की सराहना की है, और कहा है कि घाटी में व्यापक सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं।

काफी शुक्रगुजार: Shehla Rashid

दरअसल, पूर्व छात्र नेता से जब पूछा गया कि क्या वह पहले पत्थरबाजों के प्रति सहानुभूति रखती थीं, तो उन्होंने कहा कि हां, 2010 मैं पत्थरबाजों के प्रति सहानुभूति रखती थी, मगर आज मैं जब बदली ही स्थिति देखती हूं तो आज की स्थिति के लिए काफी शुक्रगुजार हूं। कश्मीर गाजा नहीं है। यह स्पष्ट हो गया है कि कश्मीर गाजा नहीं है, क्योंकि कश्मीर केवल इन आगे-पीछे के विरोध-प्रदर्शनों, उग्रवाद और घुसपैठ की छिटपुट घटनाओं में शामिल था।

हृदय परिवर्तन…

इससे पहले Shehla Rashid ने बताया था कि आखिर उनका हृदय परिवर्तन कैसे हुआ। उन्होंने कहा था कि मेरा ह्रदय परिवर्तन मोदी जी के काम से हुआ और वो काम कश्मीर में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी एक निस्वार्थ व्यक्ति हैं।

कश्मीर को लेकर भी भाजपा सरकार के स्टैंड की तारीफ की…

Shehla Rashid कहती है, “जिस तरह से भारत सरकार ने कश्मीर में स्थिति संभाली है, मैं उससे काफी प्रभावित हुई हूं। मैंने भाजपा, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के बारे में कई बातें कहीं हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारत सरकार को घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर बहुत आलोचनाएं झेलनी पड़ीं, लेकिन उन्होंने सबका सामना किया। मुझे यह समझ नहीं आ रहा था कि कोई इतना अलोकप्रिय, जोखिम भरा फैसला क्यों ले रहा है।”

कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग की थी…

बता दें कि Shehla Rashid एक कार्यकर्ता, शोधकर्ता और शिक्षाविद हैं। शेहला ने 2016 में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार तत्कालीन जेएनयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की वकालत करने के लिए प्रसिद्धि हासिल की थी। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ‘बेहतर’ स्थिति के लिए केंद्र सरकार की सराहना करते हुए सुर्खियां बटोरीं हैं।

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