पीएम मोदी के रुस दौरे का दूसरा दिन आज राष्ट्रपति पुतिन के साथ अहम मुद्दों पर की चर्चा

Mona Jha
By Mona Jha

PM Modi Russia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय रुस और ऑस्ट्रिया दौरे पर हैं.पीएम मोदी सोमवार को अपनी दो दिवसीय विदेश यात्रा के लिए भारत से रवाना हुए थे.रुस पहुंचने पर पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया गया जहां उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की

पीएम मोदी 22वें भारत-रुस शिखर सम्मेलन में आज रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे इस दौरान दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होगी.दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा होगी.पीएम मोदी का रुस दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है उन्होंने रुस जाने के लिए ऐसे वक्त को चुना है जब नाटो की एक अहम बैठक होनी है।

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PM मोदी का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत

पश्चिमी देशों के नाराज होने की आशंका को जानते हुए भारत के प्रधानमंत्री रुस गए हैं इससे एक बात साफ हो गई है कि,उनकी ये यात्रा भारत के लिहाज से काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है.22वें भारत-रुस शिखर सम्मेलन के तहत पीएम मोदी की आज रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से वार्ता होगी.यहां आपको बताते चलें कि,पीएम मोदी सोमवार की शाम जब रुस पहुंचे तो उनका एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया.

एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए खुद रुस के डिप्टी पीएम पहुंचे थे.पीएम मोदी की ये रूस यात्रा 2019 के बाद उनकी पहली यात्रा है.ऐसे समय में जब भारत मॉस्को के साथ अपने दीर्घकालिक संबंधों को पश्चिमी शक्तियों के साथ बढ़ते सुरक्षा सहयोग के साथ संतुलित करना चाहता है.जबकि रूस की सरकार द्वारा उच्च-स्तरीय स्वागत वैश्विक परिदृश्य में बदलाव के बावजूद एक भागीदार के रूप में भारत के लगातार बढ़ते महत्व को दर्शाता है।

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क्यों महत्वपूर्ण है पीएम मोदी का रूस दौरा?

पीएम मोदी के रुस दौरे पर चीन और पाकिस्तान की भी नजर है.चीन ने युद्ध के बाद से रुस के साथ अपने रिश्तों को ऐतिहासिक रुप से बढ़ाया है.रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय नागरिकों को रुस की सेना के साथ यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.भारतीयों को धोखे से सुरक्षा सहायक के रुप में काम करने के लिए सीमा पर भेजा जा रहा है…..एक रिपोर्ट के अनुसार नवंबर 2023 से लगभग 18 भारतीय रुस-यूक्रेन सीमा पर अभी भी फंसे हुए हैं जहां एक भारतीय की मौत भी हो गई है.

रुस-यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में उत्तर प्रदेश,गुजरात,पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कई युवक अभी भी फंसे हुए हैं।यूक्रेन संघर्ष ने रुस के सैन्य संसाधनों पर दबाव डाला है जिससे हाल के सालों में भारत को रुसी हथियारों के निर्यात में काफी गिरावट देखी गई है….इसके साथ ही भारत रियासती रुसी तेल का एक प्रमुख खरीदार रहा है जिससे मॉस्को को काफी राजस्व मिलता रहा है इससे ऊर्जा साझेदारी को नया रुप मिला है जिससे भारत ने अरबों डॉलर की बचत की है साथ ही रुस के युद्ध कोष को भी बढ़ावा मिला है।

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