Badlapur: मुम्बई से सटे महाराष्ट्र के ठाणे में बदलापुर (Badlapur) में 2 स्कूली छात्राओं के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है, जहां इस घटना के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं बच्चियों के साथ यौन शौषण की खबर पर बदलापुर रेलवे स्टेशन पर लोगों ने इकट्ठे होकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया।रेलवे स्टेशन पर स्थानीय ट्रेनों को रोक दिया गया प्रदर्शनकारियों ने न्याय की मांग करते हुए इस दौरान रेल रोको नारे लगाए।
ये घटना 12-13 अगस्त 2024 को हुई थी जब बदलापुर (Badlapur) के एक प्रमुख सह-शिक्षा विद्यालय की प्री-प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ने वाली 4 वर्षीय लड़कियों के साथ शौचालय के अंदर 23 वर्षीय पुरुष सफाई कर्मचारी द्वारा यौन शोषण किया गया था।दोंनो छात्राएं अपनी सुबह की कक्षाओं के दौरान शौचालय का उपयोग करने गई थीं।लड़कियों के शौचालय के लिए स्कूल द्वारा कोई महिला कर्मचारी नियुक्त नहीं की गई थी। आरोपी अक्षय शिंदे को 1 अगस्त, 2024 को अनुबंध के आधार पर काम पर रखा गया था उसे लड़कियों के शौचालय की सफाई का जिम्मा सौंपा गया था।
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कैसे घटना हुई उजागर ?
ये पूरी घटना तब सामने आई जब एक लड़की ने अपने गुप्तांगों में दर्द की शिकायत की तब छात्रा के माता-पिता ने दूसरी छात्रा के माता-पिता से संपर्क किया, जिनके साथ उनकी बेटी का करीबी रिश्ता था।दूसरी लड़की के माता-पिता ने कहा कि,उनकी बेटी आजकल स्कूल जाने से डरती है इसके बाद दोनों लड़कियों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने बताया कि,उन दोनों के साथ यौन शोषण किया गया है।शुक्रवार रात दोनों लड़कियों के माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई और आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया।पुलिस के अनुसार ये मामला पॉस्को में दर्ज किया गया है।पुलिस को अपनी जांच के दौरान स्कूल प्रबंधन की ओर से कई खामियां मिलीं है। कुछ अभिभावकों ने कहा कि लड़कियों के शौचालय में महिला स्टाफ की अनुपस्थिति के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे थे।
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प्रिंसिपल समेत 3 अन्य को हटाया गया
अभिभावकों के कड़े विरोध के बाद स्कूल ने अपने प्रिंसिपल,क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी के लिए एक अधिकारी का तबादला कर दिया।अभिभावकों के प्रदर्शन के बाद पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मामले को तेजी से निपटाने और स्कूल में सुरक्षा उपाय बढ़ाने का वादा किया।पुलिस की जांच में सामने आया है कि,आरोपी को 1 अगस्त को स्कूल में काम पर रखा गया था। पुलिस ने उसे अरेस्ट करके कोर्ट से 21 अगस्त तक के लिए रिमांड लिया है।
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विपक्ष ने सरकार की आलोचना की
महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि,राज्य शिक्षा विभाग की पूरी मशीनरी सक्रिय हो गई है।उन्होंने कहा,हमने पुणे और मुंबई के 4 आईएएस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।हम जांच कर रहे हैं कि,स्कूल में सीसीटीवी क्यों काम नहीं कर रहा था।केसरकर ने कहा,हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि,आरोपियों को सख्त सजा मिले हमारा पूरा विभाग यहां मौजूद है और छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से महाराष्ट्र शक्ति आपराधिक कानून को मंजूरी देने का आग्रह किया ताकि किसी अन्य बच्चे या महिला को इस तरह की विपत्ति का सामना न करना पड़े।शिवसेना नेता राज्य सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा की अनदेखी जारी रखने के लिए भी निशाना साधा।
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