डायबिटीज़ से पीड़ित इन लक्षणों को नहीं करें नज़रअंदाज़

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

शरीर में जब पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बन पाता है तो लोग डायबिटीज की परेशानी से पीड़ित हो जाते हैं। जिसके कारण किडनी पर काफी प्रभाव पड़ता है। डायबिटिक किडनी डिसीज में किडनी फेल होने के चांस हो सकते।

Health: डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण अस्वस्थ जीवनशैली है। वही बता दे कि ये बीमारी काफी गंभीर होती है जिसमें किडनी फेल होने का खतरा हमेशा बना रहता है, अगर इस बीमारी पर शुरू में ध्यान नहीं दिया जाए, तो समय के साथ यह बीमारी गंभीर हो सकती है। अगर ब्लड शुगर लेवल कम न किया जाए, तो यह आपके शरीर के बाकी अंगों के साथ-साथ, आपकी किडनी को भी काफी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

डायबिटीज के मरीजों में किडनी रोग…

डायबिटीज की बीमारी में अक्सर किडनी रोग से जुड़े शुरूआतू लक्षणों को इग्नोर कर दिया जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट ये कहते हैं कि जब आपकी किडनी 80 प्रतिशत तक प्रभावित हो चुकी होती है, तभी ये लक्षण नजर आते हैं। कभी-कभी यूरिन में एल्ब्यूमिन के रिसाव के कारण इसका पता चलता है। आइए जानते हैं इसके लक्षणों को

  • जल्दी थक जाना
  • रात में बार-बार पेशाब आना
  • भूख न लगना
  • सामान्य काम करने में कठिनाई
  • सांस लेने में तकलीफ
  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • डायबिटीज को ठीक से मैनेज न किया जाए तो इससे शरीर के अंदर की रक्त वाहिकाएं व तंत्रिकाएं डैमेज होने लगती हैं। जिसके चलते शरीर के दूसरे अंगों के साथ-साथ किडनी को भी नुकसान पहुंचता है।

चेहरे के इस भाग में नजर आते हैं लक्षण…

एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटिक किडनी डिसीज के लक्षण आंखों के आसपास भी नजर आ सकते हैं। अगर किसी को डायबिटीज की बीमारी बढ़ जाती है तो आंखों के आसपास सूजन आ जाती है। इसका सीधा मतलब यह हो सकता है, कि डायबिटीज के कारण किडनी पर भी असर हो रहा है, और डायबिटिक किडनी की बीमारी की शुरुआत हो चुकी है। इसके अलावा डायबिटिक किडनी डिसीज के ये भी लक्षण हो सकते हैं।

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एक्सरसाइज भी है जरूरी…

रोजाना एक्सरसाइज करने से इंसुलिन रेसिस्टेंट में सुधार होता है, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और किडनी की बीमारी सीकेडी को मैनेज करने में मदद मिलती है।

सिगरेट-शराब को बाय कहें…

हरी साग-सब्जी का ज्यादा सेवन करें। जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा मीठा ज्यादा नमकीन चीजों से परहेज करें। बुरी आदतें जैसे कि स्मोकिंग, शराब इत्यादि को छोड़ दें। लगातार अपना ब्लड प्रेशर और शुगर चेक करें। डायबेटिक किडनी डिजीज के संकेत दिखे तो डॉक्टर से परामर्श लेकर किडनी अल्ट्रासाउंड टेस्ट, सीरम, यूरिया, यूरिक एसिड, क्रिएटिनिन टेस्ट, यूरिन फॉर माइक्रो एल्ब्यूमिन यूरिया टेस्ट समय-समय पर कराते रहें।

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डॉक्टर की सलाह लें…

किसी भी व्यक्ति को जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। जैसे-जैसे किडनी का काम प्रभावित होता जाएगा, वैसे-वैसे अन्य समस्याएं भी होती जाएंगी। वहीं अगर एक बार किडनी का खराब होना शुरू हो गया तो काफी गंभीर स्थिति हो सकती है।

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