प्रवर्तन निदेशालय (Ed) ने सोमवार को Paytm की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (OCL) और इसकी कुछ अन्य अनुषंगी कंपनियों को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के आरोप में 611 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ईडी का यह नोटिस कंपनी द्वारा विदेशों से प्राप्त फंड की जानकारी छिपाने और फेमा के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में जारी किया गया है।
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Paytm के प्रवक्ता ने जारी किया बयान

Ed ने यह नोटिस Paytm की प्रमुख कंपनी OCL और उसकी कुछ सहायक कंपनियों, जैसे लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड और नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को भेजा है। यह कार्रवाई न्यायिक प्रक्रिया से पहले की गई है, और जांच एजेंसी के एक विशेष निदेशक द्वारा जारी किया गया है। Paytm के प्रवक्ता ने इस संबंध में बयान जारी किया और कहा कि, कंपनी इस मामले में पूरी तरह से नियामक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है और मामले को सुलझाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
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वार्षिक रिपोर्ट के परिणाम

Paytm की 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा इसके चेयरमैन, प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं। Paytm की ओर से यह भी कहा गया कि कंपनी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है और जांच के परिणाम का सम्मान करेगी।
RBI ने कसा शिकंजा
इससे पहले Paytm पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का भी शिकंजा कसा था, जब आरबीआई ने Paytm पेमेंट्स बैंक को नए ग्राहक जोड़ने की अनुमति नहीं दी थी। अब Ed का यह कदम Paytm के लिए एक और कठिन चुनौती बन गया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने विदेशी निवेशकों से मिले फंड के स्रोत और राशि के बारे में नियामक संस्थाओं को सही जानकारी नहीं दी।

शेयरों पर हुआ असर
यह मामला Paytm की नियामक स्थिति को और भी जटिल बना सकता है, खासकर उसके शेयरों पर असर डाल सकता है। Paytm के शेयर बाजार में हाल ही में उतार-चढ़ाव का सामना कर रहे हैं, और ईडी द्वारा नोटिस जारी करने से इस पर और दबाव पड़ने की संभावना है। हालांकि, पेटीएम ने इस मुद्दे पर अभी तक किसी प्रकार का बयान जारी नहीं किया है कि यह मामला किस तरह से हल होगा।