Priyanka Gandhi on S Jaishankar : संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session)में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा का दूसरा दिन है। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर कड़े आरोप लगाए। खासकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने केंद्र की सुरक्षा नीति और कूटनीति पर जमकर सवाल उठाए।प्रियंका गांधी ने कहा कि इस सदन में बैठे हर सदस्य को सुरक्षा मिली हुई है, लेकिन पहलगाम के पर्यटकों के पास कोई सुरक्षा नहीं थी। यह एक शर्मनाक स्थिति है, जो सरकार की नाकामी को दर्शाती है।
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असिम मुनीर के अमेरिकी लंच पर प्रियंका गांधी का तीखा प्रहार

प्रियंका गांधी ने पाकिस्तान के सैन्य जनरल आसिम मुनीर (Pakistan Army General Asim Munir) के अमेरिका दौरे का उदाहरण देते हुए कहा, “हमारी कूटनीति पूरी तरह से फेल हो चुकी है। एक ऐसा जनरल, जिसके हाथ खून से रंगे हैं, अमेरिका जाकर लंच कर रहा है। अगर ऑपरेशन सिंदूर का मकसद पाकिस्तान को सबक सिखाना था, तो यह अभियान असफल रहा है।”उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा, “देश का नेतृत्व सिर्फ उपलब्धियों का श्रेय लेकर मजबूत नहीं होता, बल्कि इसे कांटों का ताज पहनना पड़ता है।”
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प्रधानमंत्री की गैरजिम्मेदारी पर कांग्रेस नेता का हमला
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “देश के इतिहास में पहली बार जंग होते-होते ही रोक दी गई और इस रुकावट का ऐलान भारत की सरकार या सेना ने नहीं, बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने किया। यह प्रधानमंत्री की गंभीर गैरजिम्मेदारी का प्रतीक है।”
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टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित करने में देरी पर सवाल
प्रियंका गांधी ने सुरक्षा एजेंसियों की असफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारत सरकार ने टीआरएफ को 2023 में आतंकवादी संगठन घोषित किया, जबकि वह 2020 से 41 हमले कर चुका था। पाकिस्तान में हमले की योजना बनी, लेकिन भारत की एजेंसियों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।उन्होंने कहा, “बैसारण घाटी का रास्ता कठिन है, लेकिन जब आतंकियों ने चुन-चुनकर हमले किए, उस वक्त वहां एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था।” इस तथ्य को उन्होंने पर्यटक शुभम द्विवेदी की पत्नी के हवाले से भी बताया, जो उस हमले की घिनौनी तस्वीर पेश करता है।
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सरकार की आतंकवाद समाप्ति की घोषणा पर कटाक्ष
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार के आतंकवाद समाप्त होने के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा, “22 अप्रैल 2025 को जब 26 लोगों को उनके परिवार के सामने मौत के घाट उतारा गया, तब यह हमला कैसे संभव हुआ? क्या सच में कश्मीर से आतंकवाद खत्म हो गया है?”
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“देश की रक्षा में उनके योगदान को सलाम”
अपनी बात के अंत में प्रियंका गांधी ने देश के जवानों को नमन किया। उन्होंने कहा, “मैं उन सभी सैनिकों और अधिकारियों को श्रद्धांजलि देती हूं, जो दिन-रात देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। 1948 से लेकर अब तक हमारे देश की अखंडता बनाए रखने में उनका योगदान अतुलनीय है।”