Paris Olympics 2024: रेसलिंग में Aman Sehrawat ने ब्रॉन्ज जीत मचाया धमाल, दिलाया भारत को छठा मेडल

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
Aman Sehrawat won bronze

Aman Sehrawat won bronze: पेरिस ओलंपिक्स 2024 (Paris Olympics 2024) में भारत के सितारे धीरे-धीरे बुलंद होते जा रहे है। ओलंपिक में भारत ने छठा मेडल जीत लिया है। रेसलर अमन सहरावत (Aman Sehrawat) ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर यह सफलता हासिल की। अमन की इस जीत ने भारत की मेडल टैली में एक और मेडल जोड़ दिया है। भारत ने इस ओलंपिक्स में अब तक कुल छह मेडल जीते हैं। इसमें से तीन मेडल शूटिंग में ब्रॉन्ज रहे हैं। एक-एक मेडल हॉकी और जेवलिन में भी आए हैं। अमन की इस जीत ने भारतीय खेल प्रेमियों में नई ऊर्जा भर दी है।

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अमन सहरावत का संघर्षो भरा जीवन

अमन सहरावत का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। जब वह 11 साल के थे, तभी उनके माता-पिता का निधन हो गया था। लेकिन अमन ने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। उन्होंने अखाड़े को ही अपना घर बना लिया और लगातार मेहनत करते रहे। इसी मेहनत का फल है कि आज अमन ने ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

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सेमीफाइनल में हार, लेकिन ब्रॉन्ज में जीत

अमन को सेमीफाइनल में जापान के रेसलर हिगुची के सामने 10-0 से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने नॉर्थ मैकडोनिया के पहलवान इगोरवो को 10-0 से पटका और अलबेनिया के पहलवान अबाकारोव को 12-0 से मात दी। इसके बाद ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में अमन ने दम दिखाते हुए डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया। अमन सहरावत ने जीत के बाद हरियाणवी भाषा में पूरे जोश के साथ देशवासियों के लिए एक खास संदेश भेजा। उन्होंने कहा, “इस मेडल के लिए देशवासियों ने जितना प्यार और आशीर्वाद दिया, इसके लिए दिल की गहराइयों से धन्यवाद।”

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भारत का ओलंपिक्स में अब तक का प्रदर्शन

भारत ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में अब तक कुल छह मेडल जीते हैं। इनमें से एक मेडल जेवलिन से आया है, एक मेडल हॉकी से और तीन मेडल शूटिंग में आए हैं। अमन की यह जीत रेसलिंग में भारत का पहला मेडल है। अमन सहरावत की इस जीत ने साबित कर दिया है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। अमन का संघर्ष और उनकी जीत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। भारत को ऐसे ही खिलाड़ियों की जरूरत है जो देश का नाम रोशन करें। अमन की यह उपलब्धि हमें गर्व महसूस कराती है और हमें भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद दिलाती है।

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