Ajit Doval: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एनएसए अजीत डोभाल अगले सप्ताह रुस की यात्रा पर जा सकते हैं रूस की यात्रा पर अजीत डोभाल नई रक्षा डील कर सकते हैं।रूस की यात्रा के दौरान अजीत डोभाल बाकी बचे हुए दो एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की जल्द डिलीवरी को लेकर रूस के ऊपर दबाव बना सकते हैं।रूस यात्रा पर अजीत डोभाल मॉस्को में 27 से 29 मई तक 13वीं इंटरनेशनल मीटिंग ऑफ हाई रिप्रजंटेटिव फॉर सिक्योरिटी इशूज में हिस्सा लेंगे इसकी अध्यक्षता रूस के सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटरी सरजेई शोइगू करेंगे।
एनएसए अजीत डोभाल का मॉस्को दौरा अहम
आपको बता दें कि,इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के विजय दिवस परेड में शामिल होने के लिए 9 मई को रूस दौरे पर जाने वाले थे लेकिन पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के कारण उनका यह दौरा रद्द कर दिया गया।पीएम मोदी की जगह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मॉस्को जाना था लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के समय उनका भी दौरा रद्द कर दिया गया।दिसंबर में मॉस्को दौरे पर राजनाथ सिंह ने रूस के सामने एस-400 ट्रायंफ सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम की बाकी बची दो खेप की जल्द डिलीवरी का मुद्दा उठाया था।रूस अबतक एस-400 की तीन खेपों की आपूर्ति भारत को कर चुका है।राजनाथ सिंह ने मॉस्को दौरे पर रूस के सामने मिसाइल रक्षा प्रणाली के कलपुर्जे,मरम्मत और उनके रखरखाव में परेशानियों का मुद्दा भी उठाया था।
40 हजार करोड़ में एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का समझौता
अमेरिका के दबाव को दरकिनार करते हुए रूस से भारत ने 40 हजार करोड़ रुपये में एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम का समझौता किया था।एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम किसी भी दुश्मन देश के लड़ाकू विमान,मिसाइल,बम या ड्रोन को 380 किलोमीटर की रेंज में हवा में मार गिरा सकता है।भारत को दो पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते भारत के लिए यह एयर डिफेंस सिस्टम काफी महत्वपूर्ण है।
एस-400 की बची हुई खेप पर होगी बात
भारत रूस के साथ एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की बची खेप को जल्द इसलिए भी प्राप्त कर लेना चाहता है क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उसके हथियारों और कलपुर्जों की आपूर्ति,मरम्मत का काम प्रभावित न हो पाए।भारत को रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की दो खेप मिलनी है इसके साथ ही परमाणु चालित पनडुब्बी भी रूस से जल्द हासिल करनी है।भारत रूस से 21 हजार करोड़ की डील में 10 साल के लिए इसको लीज पर ले रहा है।भारत ने रूस से 4 क्रिवाक-3 श्रेणी के चार युद्धपोतों की खरीद का समझौता किया है इसमें दो रूस से आएंगी और बाकी दो का गोवा शिपयार्ड में निर्माण होना है।
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