Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड की बहुप्रतीक्षित विदेश यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, PM मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य उच्च अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक के तुरंत बाद यह फैसला सामने आया कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा अब फिलहाल नहीं होगी।
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PM मोदी ने विदेश यात्रा स्थगित
बताया जा रहा है कि यह फैसला बदलते हुए वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा हालात को देखते हुए लिया गया है। भारत की सीमाओं पर लगातार बढ़ते सुरक्षा तनाव और जम्मू-कश्मीर में हाल के आतंकी हमलों ने सरकार की प्राथमिकताओं को फिर से परिभाषित कर दिया है। इसी कारण PM मोदी ने विदेश यात्रा को स्थगित कर देश की आंतरिक और सीमाई सुरक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री की यात्रा का उद्देश्य
जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री की इस यात्रा का उद्देश्य यूरोपीय देशों के साथ व्यापार, रक्षा और तकनीकी सहयोग को मजबूत करना था। लेकिन मौजूदा हालात में सरकार की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशील मुद्दों पर फोकस करना है। इस निर्णय से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि सरकार किसी भी स्थिति में देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी।
CCS बैठक में पड़ोसी देशों की गतिविधियों
CCS बैठक में हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों, सीमा पर बढ़ते ड्रोन खतरों और पड़ोसी देशों की गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्टों के आधार पर भविष्य की रणनीतियों को लेकर भी विचार किया गया।प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्रा को स्थगित करना एक कूटनीतिक निर्णय भी माना जा रहा है, जिससे यह संदेश दिया गया है कि भारत पहले अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में लोकसभा चुनाव के भी अंतिम चरण चल रहे हैं और सरकार की जिम्मेदारी लोगों की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने की है। विदेश मंत्रालय ने भी पुष्टि की है कि प्रधानमंत्री की यात्रा को बाद में पुनर्निर्धारित किया जाएगा। तब तक भारत वैश्विक स्तर पर अपने सहयोगियों के साथ कूटनीतिक संवाद जारी रखेगा।
