Pahalgam Terror Attack:पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को रविवार को एक अहम सफलता हाथ लगी है। एजेंसी ने हमले में शामिल आतंकवादियों को पनाह देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर के रूप में हुई है। दोनों आरोपी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र के रहने वाले हैं।
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हमले में लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ
एनआईए की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हमले में शामिल तीनों आतंकवादी पाकिस्तान के नागरिक थे और उनका संबंध लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन से था। गिरफ्तार किए गए परवेज और बशीर ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि उन्होंने ही इन आतंकियों को पहलगाम क्षेत्र में अस्थायी पनाहगाह मुहैया कराई थी।इन आतंकियों ने स्थानीय सहायता से क्षेत्र में घुसपैठ की और हमले की योजना को अंजाम देने में सफलता पाई थी। एनआईए के अनुसार, आरोपियों ने आतंकियों को रहने, खाने और छिपने की व्यवस्था करके उनकी मदद की थी। यह गतिविधि आतंकियों को छिपकर आगे की साजिश को अंजाम देने के लिए पर्याप्त सहयोग देती रही।
पहलगाम के बटकोट और हिल पार्क इलाकों से जुड़े हैं आरोपी
गिरफ्तार किए गए आरोपी में से परवेज अहमद का संबंध पहलगाम के बटकोट इलाके से है, जबकि बशीर अहमद पहलगाम के हिल पार्क क्षेत्र का निवासी है। एनआईए की टीम ने गहन पूछताछ के बाद दोनों को आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाया, जिसके आधार पर उन्हें हिरासत में लिया गया।एजेंसी का कहना है कि पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने आतंकियों की गतिविधियों, उनके ठहरने के स्थान और साजिश से जुड़ी अन्य अहम जानकारियां भी साझा की हैं। यह जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को हमले की गहराई से जांच करने और अन्य संभावित नेटवर्क तक पहुंचने में मदद करेगी।
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जांच एजेंसी की सतर्कता से आगे की साजिशें नाकाम
एनआईए की इस कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इससे आतंकी नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने में सहायता मिलेगी। एजेंसी का मानना है कि यह गिरफ्तारी न केवल पहलगाम हमले के सिलसिले में महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे जुड़ी अन्य संभावित साजिशों को भी समय रहते रोका जा सकेगा।गौरतलब है कि एनआईए जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर सक्रिय रूप से निगरानी कर रही है और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मोर्चों पर काम कर रही है।
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आगे की जांच जारी
फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और एनआईए टीम यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस नेटवर्क में और भी स्थानीय लोग शामिल हैं। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि गिरफ्तार आरोपियों के आतंकियों से पहले से संपर्क थे या नहीं।NIA इस केस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला मानते हुए गहराई से जांच कर रही है और भविष्य में और गिरफ्तारियों की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है।