Pahalgam News:कश्मीर घाटी को धरती का स्वर्ग कहा जाता है और फिल्मी दुनिया के लिए यह हमेशा से एक पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन रहा है। बीते कुछ वर्षों में फिर से कई फिल्म निर्माता, टीवी शो और ओटीटी प्रोजेक्ट्स के लिए कश्मीर का रुख करने लगे थे। सरकार से भी उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा था। हितेन तेजवानी और गौरी प्रधान ने अपने टीवी सीरियल ‘पश्मीना धागे मोहब्बत के’ की शूटिंग कश्मीर में की थी, वहीं चर्चित ओटीटी शो ‘तनाव’ के कलाकारों ने भी घाटी में शूटिंग को रोमांचकारी अनुभव बताया था।
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आतंकी हमले के बाद अब खड़े हुए सवाल
हालांकि, हाल के पहलगाम आतंकी हमले ने कश्मीर की फिल्मी गतिविधियों पर फिर से सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। जानकारों का कहना है कि इस हमले के बाद घाटी में फिल्मों और टीवी शोज की शूटिंग कुछ समय के लिए रुक सकती है। इससे पहले जब श्रीनगर के एक सिनेमाघर में इमरान हाशमी की फिल्म ‘ग्राउंड जीरो’ का प्रीमियर हुआ था, तो इसे ऐतिहासिक कदम माना गया था। दरअसल, पिछले 38 सालों में पहली बार किसी बॉलीवुड फिल्म का प्रीमियर कश्मीर में हुआ था।
निर्माताओं की पहली पसंद
साल 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर एक बार फिर से फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बन गया था। ‘डंकी’, ‘फाइटर’, ‘चंदू चैंपियन’, ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’, ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘आर्टिकल 370’ जैसी बड़ी फिल्मों की शूटिंग यहां हुई थी। साउथ सुपरस्टार थलपति विजय की फिल्म ‘लियो’ की शूटिंग भी जम्मू-कश्मीर में की गई थी।
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कश्मीर में शूटिंग प्रोजेक्ट्स
आने वाले समय में भी कई बड़े प्रोजेक्ट्स कश्मीर में फिल्माए जाने थे। जैसे ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की फिल्म ‘वॉर 2’, जो 15 अगस्त वीकेंड पर रिलीज होगी, और YRF के स्पाई यूनिवर्स की अगली फिल्म ‘अल्फा’, जिसमें आलिया भट्ट और शरवरी वाघ नजर आएंगी, कश्मीर के सुंदर नजारों को बड़े पर्दे पर लाने वाली थीं। इसके अलावा भी कई फिल्मों और ओटीटी शोज की शूटिंग की योजना बन रही थी।
आतंकी हमले के बाद बदलता माहौल
लेकिन अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद माहौल बदलता नजर आ रहा है। सुरक्षा चिंताओं के चलते निर्माता घाटी में शूटिंग करने से हिचक सकते हैं। फिल्मी विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते, तब तक कश्मीर में ‘लाइट, कैमरा, एक्शन’ की गूंज थोड़ी धीमी पड़ सकती है।