उत्तराखंड के हरिद्वार में जेसीबी की मदद से धार्मिक स्थलों को ध्वस्त कर दिया गया है।वहीं हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र में अलग-अलग जगहों में धार्मिक स्थलों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया है, साथ ही इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई और किसी को भी ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास जाने की अनुमति नहीं दी गई।वहीं धार्मिक स्थलों पर चलाए जा रहे प्रशासनिक अभियान के तहत प्रशासनिक टीम ने कनखल थाना क्षेत्र के जमालपुर कला गांव में सरकारी विद्यालय में बनी अवैध मजार को भी जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया गया है।
शिवलिंग को हटाने आए कर्मचारि
हरिद्वार में जेसीबी की मदद से धार्मिक स्थलों को ध्वस्त किया जा रहा है।तो वहीं दुसरी और ऋषिकुल विद्यापीठ के मैदान पर स्थापित शिवलिंग को हटाने आए कर्मचारियों की महिलाओं से तीखी बहस हो गई जिस वजह से वहां के महिलाओं ने जमकर हंगामा किया, साथ ही भारी विरोध के बाद कर्मचारी वापस लौट गए।
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शिवलिंग को पूरे विधि विधान से हताया गया
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा है कि सरकारी जमीन पर बनाए गए किसी भी तरह के धार्मिक स्थल को बख्शा नहीं जाएगा, इसके बाद भी जगजीतपुर में नगर निगम की जमीन पर बने मजार और मंदिर को हटाया गया है।वहीं मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम दयानंद सरस्वती ने बताया कि मजार और मंदिर एक ही परिसर में स्थापित थे। कार्रवाई से पहले मजार और मंदिर संचालकों को नोटिस दिया गया था। शिवलिंग को पूरे विधि विधान से पंडित को सौंपा गया।
कार्रवाई देखने को मिल सकती है
मेन रोड के किनारे बनी एक मजार को जेसीबी से हटाया गया। वहीं दुसरी और मजार से सटे मंदिर को भी हटवा दिया गया, इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने काफी सतर्कता बरती।दोनों ओर बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते बंद कर दिए गए थे। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने हरिद्वार में और भी अवैध धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया है। आगामी दिनों में कार्रवाई देखने को मिल सकती है।