Rahul Gandhi Vs Nishikant Dubey: कांग्रेस द्वारा बार-बार ऑपरेशन सिंदूर पर उठाए जा रहे सवाल को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अब कांग्रेस पर जबरदस्त पलटवार किया है।बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की ओर से विदेश मंत्री एस.जयशंकर पर की टिप्पणी को लेकर हमला बोला है जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि,पाकिस्तान को हमले की जानकारी पहले दी गई थी इसके जवाब में निशिकांत दुबे ने एक डॉक्यूमेंट पेश कर पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
ऑपरेशन सिंदूर पर जारी सियासत
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है,यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि,किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत व पाकिस्तान एक दूसरे से करेगा क्या यह समझौता देशद्रोह है कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ विदेश मंत्री एस.जयशंकर जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी आपको शोभा देता है?
कांग्रेस सरकार में हुए समझौतों पर घेरा
बीजेपी सांसद ने ट्वीट में आगे लिखा,सवाल हमारी सरकार और आपकी (कांग्रेस) सरकार का नहीं है सवाल यह है कि,1947 से हम पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र मानते हैं 78 साल से कश्मीर के मुद्दे पर हमारी उनके साथ लड़ाई चल रही है हमारे कश्मीर के हिस्से को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में कर रखा है उसके बावजूद आप उसको छूट देते रहे चाहे 1960 का नेहरु-लियाकत समझौता हो,1960 का सिंधु जल समझौता हो या 1975 का शिमला समझौता?
कांग्रेस के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए-निशिकांत दुबे
निशिकांत दुबे ने आगे लिखा,हम संसद में भी रक्षा की रणनीति के विषय पर चर्चा नहीं करते लेकिन 1991 में जब आप कांग्रेस चंद्रशेखर के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे रहे थे और 1994 में जब पी.वी नरसिम्हा राव की सरकार थी तब इस समझौते को लागू किया गया और आपने लिखा कि,सेना,नौसेना कहां तैनात होगी और वायु सेना कैसे काम करेगी।यह सारी बातें क्या देशद्रोह नहीं है?कांग्रेस ने क्या वोटबैंक की राजनीति के लिए देश के साथ धोखा नहीं किया?इसलिए,मुझे लगता है कि,भारत सरकार को इसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का पलटवार
वहीं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के कांग्रेस पर उठाए सवालों को लेकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने जवाब देते हुए कहा कि,सबसे पहले तो निशिकांत दुबे बार-बार अपनी मूर्खता का परिचय देते हैं।पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 6 मार्च 1991 को चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।सबसे पहले तो यह संभवतः अप्रैल 1991 में हुआ समझौता है। यह समझौता शांतिकाल के समय का है।सबसे पहले तो निशिकांत दुबे और भाजपा यह स्वीकार कर रहे हैं कि,विदेश मंत्री जयशंकर ने सूचना दी और राहुल गांधी जो कह रहे थे, वह सच था।जयशंकर ने पाकिस्तान को सूचना दी और भाजपा खुद इसकी पुष्टि कर रही है जिस समझौते का वह जिक्र कर रही हैं, वह शांतिकाल का समझौता है।