वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के हालिया कदमों ने भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ लाया है, खासकर मिडिल क्लास वर्ग के दृष्टिकोण से। सीतारमण ने जो ‘मास्टरस्ट्रोक’ अपनाया है, उससे बीजेपी के प्रति मिडिल क्लास का रुझान और अधिक मजबूत हुआ है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति उनका समर्थन कम होता जा रहा है। यह परिवर्तन न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय राजनीति के जटिल समीकरणों को भी प्रभावित करता है।
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राजनीतिक स्थिति मजबूत
निर्मला सीतारमण(Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट और आर्थिक नीतियों के माध्यम से मिडिल क्लास को आकर्षित किया है। खासकर, आयकर में छूट, वस्तु और सेवा कर (GST) की दरों में बदलाव, और घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने वाली योजनाओं ने इस वर्ग को बीजेपी के पक्ष में खड़ा किया है। उनका यह ‘मास्टरस्ट्रोक’ न केवल मिडिल क्लास के लिए राहत देने वाला साबित हुआ, बल्कि यह उनकी राजनीतिक स्थिति को भी मजबूत करने में सहायक है।

सीतारमण द्वारा किए गए टैक्स सुधारों से खासतौर पर वे लोग लाभान्वित हुए हैं जो आम तौर पर उच्च कर दरों का सामना करते थे। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं ने भी मिडिल क्लास को बीजेपी की ओर आकर्षित किया है। इन योजनाओं से उन्हें यह महसूस हुआ कि, बीजेपी सरकार उनकी भलाई के लिए काम कर रही है, जो एक बड़ा बदलाव है।
नीति पर उठे सवाल
केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली में मिडिल क्लास को बहुत आकर्षित किया था, अब वही वर्ग बीजेपी के पक्ष में झुका हुआ नजर आ रहा है। केजरीवाल की सरकार द्वारा किए गए कुछ फैसलों, जैसे कि बिजली और पानी की मुफ्त आपूर्ति, हालांकि शुरुआती तौर पर मिडिल क्लास के लिए फायदेमंद थे, अब धीरे-धीरे उनकी दीर्घकालिक नीति पर सवाल उठने लगे हैं। इसके अलावा, दिल्ली के मुख्यमंत्री की सरकार पर भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलताओं के आरोप भी लगे हैं, जिसने मिडिल क्लास को दूर किया है।
बेरोजगारी और गरीबी

बीजेपी ने अपने जनहित की योजनाओं के माध्यम से न केवल आर्थिक सुधार किए, बल्कि उन्होंने देश में बेरोजगारी और गरीबी की समस्या को सुलझाने के लिए कई पहल की हैं, जिनसे मिडिल क्लास को स्थिरता का अहसास हुआ। इसके अतिरिक्त, बीजेपी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भी मिडिल क्लास का विश्वास मजबूत हुआ है।
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निर्मला का ‘मास्टरस्ट्रोक’
निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के ‘मास्टरस्ट्रोक’ से मिडिल क्लास का झुकाव बीजेपी की ओर बढ़ा है, और यह केजरीवाल की पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। जबकि मिडिल क्लास की आवाज़ चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, यह बदलाव भविष्य के चुनाव परिणामों पर भी गहरा असर डाल सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बदलाव को और अधिक राजनीतिक दल कैसे प्रभावित करते हैं और क्या बीजेपी को इससे दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।