Rameshwaram Cafe blast in Bengaluru : बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसी एनआईए को बड़ी सफलता हाथ लगी है.एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ब्लास्ट केस के दो आरोपियों को एनआईए टीम ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है.बताया जा रहा है कि,देर शाम तक पकड़े गए इन आरोपियों का एनआईए खुलासा कर सकती है.एनआईए ने इन दोनों आरोपियों के ऊपर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
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NIA को पुलिस का मिला पूरा साथ
एनआईए अधिकारियों के मुताबिक पकड़ा गया शाजिब ही वो है जिसने कैफे में आईईडी रखा था और ब्लास्ट किया था.इसके अलावा ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसको अंजाम देने में भी इसका ही हाथ था.जो इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड था।एनआईए अधिकारी ने बताया कि,12 अप्रैल की सुबह फरार आरोपियों अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब को कोलकाता के पास देखा गया.यहां वो अपनी झूठी पहचान बनाकर छिपे हुए थे,एनआईए को इन्हें पकड़ने में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अलावा पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल पुलिस का पूरा साथ मिला.राज्य पुलिस और जांच एजेंसी के बीच बेहतर तालमेल से आरोपियों को पकड़ा जा सका।
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1 मार्च को कैफे में हुआ था ब्लास्ट
एनआईए ने पिछले महीने इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10-10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी इससे पहले एक मार्च को बेंगलूरु के ब्रुकफील्ड के आईटीपीएल रोड पर स्थित कैफे में एक आईईडी विस्फोट हुआ था.इसकी जांच एनआईए ने 3 मार्च को अपने हाथ में ली थी।कैफे में हुए इस धमाके में कुल 9 लोग घायल हो गए थे.जिसके बाद पुलिस अधिकारियों का कहना था कि,कैफे में टाइमर का उपयोग करके आईईडी बम धमाका किया गया था.
धमाके के बाद महाशिवरात्रि के अवसर पर कैफे को बड़ी धूमधाम से फिर से खोला गया था.प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं.एंट्री की अनुमति देने से पहले कर्मचारी प्रत्येक ग्राहक की हैंडहेल्ड डिटेक्टरों से जांच की जाएगी.सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधि पर अपनी पूरी नजर रखेंगे।