Jammu Kashmir CM: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है. 10 साल के लंबे इंतजार के बाद आज नई सरकार का गठन हो गया है. नेशनल कांफ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. उनके साथ सुरेंद्र चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.इसके अलावा, चार और मंत्री- जावेद डार, सकीना इट्टू, जावेद राणा और सतीश शर्मा को भी नई कैबिनेट में शामिल किया गया है.
कौन बना डिप्टी CM ?
बताते चले कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में सुरेंद्र चौधरी (Surendra Choudhary) ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को नौशेरा सीट पर हराकर बड़ी जीत दर्ज की थी. इससे पहले यह सवाल उठ रहा था कि नई सरकार में जम्मू को क्या मिलेगा, जिसका उत्तर उपमुख्यमंत्री पद के रूप में सामने आया है. नौशेरा के विधायक सुरेंद्र चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने से जम्मू क्षेत्र को संतुष्ट करने की कोशिश की गई है.
नेशनल कांफ्रेंस की बड़ी जीत, कांग्रेस का बाहरी समर्थन
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 (Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024) में नेशनल कांफ्रेंस ने 42 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस 6 सीटों पर सिमट कर रह गई. एनसी-कांग्रेस गठबंधन को कुल 48 सीटें मिलने के बाद उमर अब्दुल्ला सरकार बनाने में सफल रहे. हालांकि, कांग्रेस ने उमर अब्दुल्ला सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया और बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है.
कांग्रेस का कैबिनेट से बाहर रहना: राजनीतिक गणित
कांग्रेस (Congress) द्वारा उमर अब्दुल्ला कैबिनेट में शामिल न होने के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं. पहला कारण यह है कि कांग्रेस सरकार में दो मंत्रिपद चाहती थी, लेकिन केवल एक पद ही दिया जा रहा था, जिससे नाराज होकर कांग्रेस ने बाहर से समर्थन देने का निर्णय लिया. दूसरा कारण यह है कि कांग्रेस का नेतृत्व नहीं चाहता था कि जम्मू-कश्मीर में केवल 6 सीटें जीतने के बाद प्रदेश के बड़े नेताओं को मंत्री पद का तोहफा दिया जाए. इसे कांग्रेस का राजनीतिक प्रायश्चित माना जा रहा है, ताकि पार्टी भविष्य में अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सके.
कांग्रेस का राज्य का दर्जा बहाल करने पर जोर
आपको बता दे कि कि कांग्रेस (Congress) ने राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर उमर अब्दुल्ला सरकार में शामिल न होने का बड़ा कारण बताया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए, ताकि सियासी एकजुटता का संदेश दिया जा सके. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने बयान दिया, “हम राज्य का दर्जा बहाल करने की पुरजोर मांग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कई बार राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया था, लेकिन यह अब तक नहीं हुआ है. हम इस फैसले से नाखुश हैं, इसलिए फिलहाल हम सरकार में शामिल नहीं हो रहे हैं.”
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