NCERT कक्षा 12 की पाठ्यक्रम में बदलाव, आजाद पाकिस्तान से लेकर चीन की घुसपैठ तक के शब्दों में संशोधन

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

NCERT Books Changes: NCERT ने अपने लेटेस्ट सेलेबस में कुछ बदलाव किए है. 12वीं कक्षा की राजनीतिक विज्ञान (Political Science) की किताबों में कई चीजों को जोड़ा गया है और कुछ चीजों को हटाया भी गया है. जिसमें कुछ शब्दों के संदर्भ में परिवर्तन भी शामिल हैं. इन बदलावों में आजाद पाकिस्तान से लेकर चीन की घुसपैठ और पीओके जैसे शब्दों को लेकर संशोधन किए गए है.

Read More: आयकर दरों में कटौती संभव, आम बजट में टैक्सपेयर्स को मिल सकती है बड़ी राहत

चीन-भारत सीमा मुद्दे पर संशोधन

बताते चले कि NCERT की कक्षा 12वीं की ‘राजनीतिक विज्ञान’ की किताब में ‘कंटेम्परेरी वर्ल्ड पॉलिटिक्स’ चैप्टर में भारत-चीन संबंधों पर चैप्टर में बदलाव किए गए हैं. पहले पेज नंबर 25 पर सैन्य संघर्ष को लेकर वक्तव्य में बदलाव किया गया है, जहां ‘सैन्य संघर्ष’ के बजाय ‘चीन की घुसपैठ’ का उपयोग किया गया है. बता दे कि पहले इस टेक्सटबुक के पेज नंबर 25 में कहा गया था कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर सैन्य संघर्ष ने उस उम्मीद को खत्म कर दिया है.इस बदलाव के बाद अब इसे भारतीय सीमा पर चीन की घुसपैठ ने उस उम्मीद को खत्म कर दिया है.

आर्टिकल 370 पर संशोधन

किताब के पेज नंबर 132 पर भी आर्टिकल 370 के सम्बंध में संशोधन किया गया है. अब इसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को अगस्त 2019 में हटाया गया था. ‘पॉलिटिक्स इन इंडिया सिंस इंडिपेंडेंस’ किताब में भी बदलाव किए गए हैं. आजाद पाकिस्तान शब्द को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर से संबंधित शब्दों से बदला गया है. बता दे कि इस किताब के पेज 119 में पहले कहा गया था कि भारत ये दावा करता है कि इस इलाके पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है. पाकिस्तान इस क्षेत्र को आजाद पाकिस्तान कहता है. लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है. अब टेक्सटबुक में कहा गया है कि ये भारतीय क्षेत्र है, जिस पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है, जिसे पाकिस्तान के कब्जे वाला जम्मू कश्मीर (पीओजेके) कहा जाता है.

Read More: गर्मी की चपेट में यूपी, पछुआ हवा की गति में तेजी का अनुमान,IMD ने मानसून पर दिया अपडेट

अप्रैल में कुछ बदलाव प्रस्तावित किए थे

नेशनल काउंसिल ऑफ एड्यूकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने इस साल अप्रैल में कुछ बदलाव प्रस्तावित किए थे, जो अब किताबों में अंतिम रूप में शामिल किए गए हैं. इसमें जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने, गुजरात दंगों के बारे में नए विवरण, इमरजेंसी और बाबरी मस्जिद के विवाद से जुड़े विषयों में परिवर्तन शामिल हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान लगाई गई इमरजेंसी के विवादों से जुड़े वाक्यों में भी बदलाव किया गया है.अयोध्या विवाद को मैत्रीपूर्ण ढंग से सुलझाया गया मुद्दा बताया गया है.

NCERT के निदेशक ने क्या कहा ?

NCERT के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने इस संदर्भ में बताया है कि इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य सकारात्मकता बढ़ाना है, यानी कि बच्चों को समाजी, राजनीतिक और ऐतिहासिक मुद्दों के प्रति जागरूक करना. इस तरह के विषयों को पढ़ाने से छात्रों की समझ में गहराई आती है और वे अपने समाज में जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए तैयार होते हैं.

Lalitpur : पति को पूछताछ के लिए ले गई पुलिस,पत्नी ने खाया विषाक्त पदार्थ,हुई मौत ||
Share This Article
Exit mobile version