नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) को रिवर्स करने में समय लग सकता है, और यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्थिति कितनी गंभीर है और व्यक्ति ने अपने लाइफस्टाइल में कितना सुधार किया है। हालांकि, कुछ सामान्य उपाय हैं, जिनसे न केवल लिवर को ठीक किया जा सकता है, बल्कि शरीर की समग्र सेहत में भी सुधार हो सकता है।
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ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें

हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) लिवर को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसे कंट्रोल में रखना जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर द्वारा सुझाए गए दवाओं का सेवन करें और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
वजन बढ़ने न दें
मोटापा NAFLD का प्रमुख कारण है, इसलिए वजन को संतुलित बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे वजन घटेगा, फैटी लिवर की समस्या में सुधार आएगा। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
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डायबिटीज को कंट्रोल करें
डायबिटीज के मरीजों को फैटी लिवर होने का जोखिम अधिक होता है। यदि आप डायबिटीज से प्रभावित हैं, तो अपनी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं का सही सेवन करें और एक स्वस्थ आहार अपनाएं।
शराब से बनाए दूरी
शराब लिवर के लिए अत्यधिक हानिकारक होती है, खासकर फैटी लिवर के मामले में। नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज के मरीजों को शराब से पूरी तरह बचना चाहिए, ताकि लिवर को ठीक होने का समय मिल सके।

न करें दवाओं का सेवन
कुछ दवाइयां लिवर पर दबाव डाल सकती हैं और फैटी लिवर की स्थिति को बढ़ा सकती हैं। हमेशा डॉक्टर से परामर्श करें और दवाओं के चयन में सावधानी बरतें।
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नियमित रूप से लिवर की जांच
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी स्थिति में कोई और खराबी नहीं आई है और लिवर सही तरीके से काम कर रहा है, नियमित रूप से लिवर की जांच करवानी चाहिए। इससे समय पर किसी भी समस्या का पता चल सकता है और उसे जल्दी ठीक किया जा सकता है।