Muzaffarpur Helicopter Crash: बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में एक वायुसेना का हेलिकॉप्टर बाढ़ राहत सामग्री बांटने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त (Helicopter Crash) हो गया। यह हादसा औराई प्रखंड के मधुबन बेसी इलाके में हुआ। हेलीकॉप्टर में चार जवान सवार थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी भी प्रकार का गंभीर नुकसान नहीं हुआ है। सभी जवान सुरक्षित है किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आयी है।
जांच का आदेश किया जारी
वायुसेना (Air Force) ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। अभी तक इस बात का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है कि हेलिकॉप्टर क्यों गिरा। वायुसेना के सूत्रों के अनुसार, यह हेलिकॉप्टर बिहार के सीतामढ़ी जिले में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहा था। घटना के तुरंत बाद एक जांच दल पायलट और अन्य जवानों से पूछताछ कर रहा है ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके।
बाढ़ की गंभीर स्थिति है चिंताजनक
बिहार के कई जिलों में हालात गंभीर हैं। नेपाल (Elood in Nepal) में हो रही भारी बारिश के कारण, प्रदेश की कई नदियाँ उफान पर हैं। वर्तमान में 16 जिलों की करीब 10 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। पूर्णिया, सहरसा, सुपौल और दरभंगा जैसे क्षेत्रों में स्थिति बहुत खराब है। मुजफ्फरपुर की नदियों, जैसे गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है, जिससे औराई और कटरा प्रखंड के 25 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
हादसे के बाद भी बाढ़ से बचाव के लिए राहत कार्य जारी
हालांकि, हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त (Muzaffarpur Helicopter Crash) होने के बाद राहत कार्यों में कोई रुकावट नहीं आई है। वायुसेना और अन्य एजेंसियों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, दवाइयां और आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने का काम जारी है। प्रशासन का कहना है कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे। हर साल बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जारी है, और हजारों लोग इससे प्रभावित होते हैं। मुजफ्फरपुर में हुए इस हादसे के बावजूद, प्रशासन और वायुसेना पूरी तत्परता से बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए जुटी हुई है। सभी राहत कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहेंगे, ताकि प्रभावित लोगों को समय पर मदद मिल सके। यह घटना एक बार फिर हमें यह याद दिलाती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी मानवता की सेवा करना आवश्यक है।