Tahawwur Rana Extradition: मुंबई में हुए आतंकी हमले के षणयंत्रकारी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) की उलटी गिनती शुरू हो गई है। NIA की 7 सदस्यीय टीम उसे अमेरिका से राजधानी दिल्ली लेकर आ गई है।
बता दें कि तहव्वुर राणा भारत आने से बचने के लिए अमेरिका में पूरे साम दाम दंड भेद लगा रहा था। उसने भारत में अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी। हालांकि अमेरिकी अदालत ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद उसे भारत लाने का रास्ता साफ हो पाया।
तिहाड़ जेल में रखा जाएगा तहव्वुर राणा
एनआईए की टीम के विमान ने बुधवार शाम को आतंकी तहव्वुर राणा को लेकर अमेरिका से उड़ान भरी थी। भारत आने के बाद उसका मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा। मेडिकल के बाद उसकी एनआईए कोर्ट में पेशी होगी। तहव्वुर राणा को पूछताछ के लिए बुलेट प्रूफ गाड़ी के जरिए एनआईए हेडक्वार्टर लाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा। तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण के चलते दिल्ली में भी सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। साथ ही साथ तिहाड़ जेल प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है।
केंद्र ने नरेंद्र मान को नियुक्त किया पब्लिक प्रॉसिक्यूटर
केंद्र सरकार ने एडवोकेट नरेंद्र मान (Narendra Maan) तहव्वुर राणा के केस की जिम्मेदारी सौंप दी है। उन्हें एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया गया है।
नियुक्ति को लेकर प्रकाशित की गई अधिसूचना के मुताबिक नरेंद्र मान की नियुक्ति 3 साल या मुकदमा पूरा होने तक की गई है। आपको बता दें कि एडवोकेट नरेंद्र मान ने इससे पहले भी जांच एजेंसियों के हाई-प्रोफाइल मामलों को संभाला है।
26/11 का आतंकी हमला
26 नवंबर 2008 को जैश-ए-मोहम्मद के 10 आतंकवादियों ने मुंबई को दलहा दिया था। इस हमले में मुंबई की नामचीन जगहों को निशाना बनाया गया था। इस आतंकी हमले में 160 लोगों की मौत हुई थी और सैंकड़ों लोग बुरी तरह घायल हो गए थे।
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तेयाबा के लिए काम करने वाला तहव्वुर राणा इसी हमले का गुनहगार है। उसने दूसरे मास्टरमाइंड डेविड कोलमन हेडली के साथ मिलकर मुंबई हमलों को अंजाम दिया था।
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