Mtnl share price:भारत सरकार की टेलीकॉम क्षेत्र से जुड़ी दो प्रमुख कंपनियों, BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) और MTNL (महाराष्ट्र टेलीफोन निगम लिमिटेड) को लेकर एक अहम खबर सामने आई है। सरकार ने 16,000 करोड़ रुपये की संपत्ति बेचने के लिए रास्ता साफ कर दिया है। यह कदम दोनों कंपनियों की वित्तीय स्थिति को सुधारने और सरकारी खजाने में रकम जमा करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
Read more :Kalyan Jewellers shares:स्टॉक्स में 15% का उछाल, 28 जनवरी के निचले स्तर से सुधार
संपत्ति मोनेटाइजेशन पर हुई महत्वपूर्ण बातचीत

सीएनबीसी आवाज़ से बातचीत करते हुए टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि MTNL के एसेट मोनेटाइजेशन पर वित्त मंत्रालय के साथ बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि 1 जनवरी 2025 से BSNL के पास MTNL के ऑपरेशन शिफ्ट कर दिए गए हैं, जिससे दोनों कंपनियों के बीच एकीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस बदलाव से MTNL और BSNL दोनों के लिए एक नया मार्ग खोलने में मदद मिलेगी।
Read more :Shriram Finance के सस्ते ऑप्शन से कैसे करें शानदार निवेश? जाने बेहतरीन F&O कॉल्स!
DDA की जमीन से जुड़े मुद्दे सुलझे
इसके अलावा, सरकार ने DDA (दिल्ली विकास प्राधिकरण) से जुड़ी भूमि मामलों को भी सुलझा लिया है। ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने DDA की जमीन से संबंधित मुद्दों को हल करने की मंजूरी दे दी है, जिससे BSNL और MTNL की संपत्ति को बेचने का रास्ता अब साफ हो गया है। कंपोजीशन फीस और ग्राउंड रेंट से जुड़े विवाद सुलझाने के बाद अब सरकार इन प्रॉपर्टीज को आसानी से बेच सकती है।
Read more :Income Tax: आप भी 12 लाख तक की आय पर टैक्स मुक्त लाभ चाहते हैं? जानें कब मिलेगा यह मौका…
MTNL की वित्तीय समस्याएं और लोन डिफॉल्ट

हालांकि, MTNL की वित्तीय स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हाल ही में MTNL ने बैंक ऑफ इंडिया से ₹1,000 करोड़ के लोन का भुगतान करने में असमर्थता जताई थी। इसके साथ ही MTNL ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और यूको बैंक से लिए गए कुल ₹5,726.29 करोड़ के लोन की किस्त में डिफॉल्ट किया है। इसमें ₹5,492 करोड़ की मूल राशि और ₹234.28 करोड़ का ब्याज शामिल है।
संपत्ति बेचने का उद्देश्य

MTNL और BSNL की संपत्तियों को बेचने का यह कदम सरकार के लिए वित्तीय सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इन संपत्तियों की बिक्री से मिलने वाली रकम दोनों कंपनियों के वित्तीय संकट को कम करने में मदद कर सकती है। सरकार का उद्देश्य इन कंपनियों को सही दिशा में लेकर आना है और इस प्रक्रिया के माध्यम से उनकी स्थिति को बेहतर बनाना है।इस पूरी प्रक्रिया में सरकार के साथ-साथ MTNL और BSNL के कर्मचारियों के भविष्य को भी ध्यान में रखते हुए बदलाव किए जाएंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि इस कदम से दोनों कंपनियों के भविष्य में सुधार होगा और वे वित्तीय रूप से मजबूत होंगी।