कमीशनखोरी में गई जच्चा-बच्चा की जान,जिम्मेदारों ने की बंद अपनी आंख

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
lucknow

संवाददाता- मोहम्मद कलीम

Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh government) स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर भले ही सख्त नजर आ रही हो, लेकिन जिम्मेदार केवल अपनी जेबों को भरते नजर आते हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण प्राइवेट अस्पतालों में कमीशनखोरी का खेल जोर शोर पर देखने को मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला लखनऊ ​​​​(Lucknow) के जानकीपुरम (Jankipuram) इलाके से सामने आया है। जहां पर एक आशा बहु ने 8 माह की गर्भवती महिला को दर्द होने पर सरकारी अस्पताल ना पहुंचाकर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवा दिया। जहां पर हालत गंभीर होने के बाद परिजन गर्भवती महिला को क्वीन मेरी अस्पताल (Queen Mary Hospital) रेफर करने की बात करते रहे लेकिन डॉक्टर और आशा बहु मोटी रकम वसूलते रहे।

Read More: ‘कुछ लोग इतने बच्चे पैदा करते हैं कि परिवार में ही उलझे रहते’ किस पर भड़के Nitish Kumar?

क्या है पूरा मामला ?

वहीं, मृतक महिला देवांशी यादव (35) वर्षीय के पति सूरज यादव ने बताया वह मड़ियांव इलाके के गायत्री नगर सीतापुर रोड (Gayatri Nagar Sitapur Road) का रहने वाला है। उसकी पत्नी देवांशी 8 माह की गर्भवती थी। दर्द उठने पर उसने गांव की आशा बहु से बात कर सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाने की बात कही थी। लेकिन आशा बहु ने मोटी कमीशन मिलने के लिए सरकारी अस्पताल ना पहुंचाकर जानकीपुरम के पारुल अस्पताल (Parul Hospital) में भर्ती करा दिया। पांच दिनों तक उसे अस्पताल में भर्ती रख कर इलाज किया जाता रहा, इस बीच उसकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी उसके बावजूद हॉस्पिटल में इलाज कर रही डॉक्टर प्रियंका मिश्रा ने उसे रेफर नहीं किया। आरोप है डॉक्टर ने कहा हॉस्पिटल से कोई पर्चा नहीं दिया जाएगा, मरीज को ऐसे ही हॉस्पिटल से ले जाना हो तो ले जा सकते हो।

Read More: Surat में छह मंजिला इमारत ढहने से सात की मौत, राहुल गांधी ने CM Yogi को लिखी चिट्ठी

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

जच्चा बच्चा की मौत के बाद परिजनों की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर जानकीपुरम का कहना है मृतक महिला के परिजनों की ओर से मिली तहरीर के आधार पर एक रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय भेजी गई है। सीएमओ कार्यालय (CMO office) से रिपोर्ट आने के बाद पुलिस मुकदमा लिख आगे की कार्रवाई करेगी। वहीं इस मामले पर जब डॉक्टर से बात करनी चाही गई तो हॉस्पिटल का मैनेजमेंट देख रहे नितिन नामक युवक ने कहा डॉक्टर साहब बात करने की स्थिति में नहीं हैं। वहीं डॉक्टर के बजाए इस हॉस्पिटल में डॉक्टर पक्ष से अधिवक्ता अधिक सक्रिय हो गए।

तीमारदार सपा विधायक के पास पहुंचे

तीमारदार सपा विधायक के पास पहुंचे

वहीं, इस घटना पर तीमारदार जब सपा विधायक प्रत्याशी पूजा शुक्ला के पास पहुंचे। पूजा शुक्ला अपने समर्थक पूर्व सभासद प्रत्याशी वैभव मिश्रा और अन्य समर्थकों के साथ जानकीपुरम थाना पहुंची। उन्होंने कहा इस मामले पर पुलिस अपनी कार्रवाई करते हुए डॉक्टर को गिरफ्तार करे। इसके साथ ही चेतवानी दिया की अगर हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो अस्पताल के साथ थाना का घेराव भी करेंगे।

Read More: Amravati Central Jail में धमाका, बैरक नंबर 6 और 7 के बाहर हुआ ब्लास्ट

Share This Article
Exit mobile version