पिता के जनाजे में नहीं शामिल हो सका विधायक बेटा,रात भर फफक-फफक कर जेल में रोता रहा….

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Mukhtar Ansari Death: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया.हजारों की भीड़ और भारी जनसैलाब के बीच मुख्तार अंसारी को उसके अम्मी-अब्बू की कब्र के पास ही दफनाया गया.डॉन के आखिरी सफर में लोगों की भारी भीड़ देखी गई इस दौरान पुलिस को लोगों को संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तो वहीं माफिया के छोटे बेटे उमर अंसारी ने भी लोगों को किसी भी तरह की अव्यवस्था न फैलाने की अपील की लेकिन इन सबके बीच माफिया के आखिरी सफर में उसका बेटा अब्बास अंसारी नहीं शामिल हो सका।

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पूरी रात बैरक में टहलता रहा अब्बास अंसारी

कासगंज जेल में बंद अब्बास अंसारी पिता की मौत की खबर सुनकर जेल में बिलखता रहा,रोता रहा लेकिन हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक जाने के बावजूद उसको अपने पिता के जनाजे में शामिल होने की अनुमति नहीं मिल सकी.अब्बास अंसारी सुभासपा से विधायक है और अभी कासगंज जेल में बंद है.बताया जा रहा है कि,पिता की मौत की खबर सुनकर बेसुध अब्बास अंसारी पूरी रात जेल में सोया नहीं रात भर वो हाई सिक्योरिटी बैरक में टहलता रहा.हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट से राहत नहीं मिलने की दशा में वो काफी परेशान रहा।

पिता को आखिरी बार देखने की करता रहा मिन्नतें

जानकारी के मुताबिक अब्बास अंसारी पूरी रात अपने पिता को याद कर फफक-फफककर रोता रहा.अपने पिता के जनाजे में शामिल होने को लेकर वो मिन्नतें करता रहा लेकिन उसको अनुमति नहीं मिली जिसके कारण वो काफी परेशान रहा.जेल के भीतर ही रहकर वो टीवी या इंटरनेट पर अपने पिता को देखने की मिन्नतें करता रहा लेकिन वो आखिरी समय में भी अपने पिता का चेहरा नहीं देख सका।आपको बता दें कि,मुख्तार अंसारी का विधायक बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में बंद है अपने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी डाली थी जो दाखिल नहीं हो सकी थी।

बुजुर्गों की कब्र के पास दफनाया गया माफिया

उत्तर प्रदेश के मऊ से पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा जेल में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी.बांदा मेडिकल कॉलेज में शव के पोस्टमार्टम के बाद उसके बेटे उमर अंसारी को शव सौंप दिया गया.इस बीच मुख्तार की मौत की खबर के बाद पूर्वांचल के कई जिलों समेत पूरे यूपी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया.

मुख्तार अंसारी का जन्म गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में हुआ था जहां उसके शव के लिए कालीबाग कब्रिस्तान में कब्र खोदी गई.इस कब्र की खुदाई 3 हिंदू मजदूरों ने की.मुख्तार की कब्र के बगले में ही उसके दादा और परदादाओं की भी कब्र है उसकी इच्छा थी कि,उसको उसके बुजुर्गों के पास ही दफनाया जाए.मुख्तार अंसारी की कब्र खोदने वाले मजदूरों के मुताबिक उसकी कब्र की लंबाई 7 फीट रखी गई है और कब्र की चौड़ाई 5 फीट रखी गई है जबकि कब्र की गहराई को साढ़े पांच फीट रखा गया है।

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