Mauni Amavasya 2025: माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) या माघी अमावस्या कहा जाता है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इस दिन किए गए कार्यों को पुण्यकारी माना जाता है। विशेषकर इस दिन गंगा स्नान, दान और मौन व्रत का महत्व है। इस साल 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या है, जो खास संयोग लेकर आ रही है। इस दिन के महत्व को समझने के लिए जानें कि किन कार्यों को करना फलदायी रहेगा और किनसे बचना चाहिए।
मौनी अमावस्या पर शुभ संयोग

मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर विशेष रूप से दो महत्वपूर्ण योग बन रहे हैं। पहला, शिववास योग, जो 29 जनवरी को शाम 6:05 बजे तक रहेगा, और दूसरा सिद्धि योग, जो रात 9:22 बजे तक रहेगा। इन दोनों योगों में भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा, इस दिन श्रवण और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है, जो धार्मिक कार्यों के लिए विशेष फलदायी है।
मौनी अमावस्या के दिन क्या न करें
मौनी अमावस्या के दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि यह दिन शुभ हो।
- तामसिक भोजन और वस्त्रों से दूर रहें।
- इस दिन बाल, नाखून, या दाढ़ी न काटें।
- तुलसी को जल अर्पित न करें, क्योंकि यह दिन विशेष रूप से पूजा और ध्यान का है।
- देर तक न सोएं और किसी से भी वाद-विवाद से बचें।
मौनी अमावस्या पर क्या करें

मौनी अमावस्या के दिन कुछ विशेष कार्यों को करने से पुण्य प्राप्त होता है।
- इस दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान और दान करें।
- सूर्य देव को जल अर्पित करें, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
- ‘ॐ पितृ देवतायै नम:’ मंत्र का जाप करें।
- शाम के समय तुलसी के पास घी का दीया जलाना भी शुभ होता है।
- मौन व्रत का पालन करें, जिससे आत्मिक शांति और सुख की प्राप्ति होती है।
दान से पुण्य की प्राप्ति होती
मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) का दिन एक विशेष धार्मिक अवसर है, जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। इस दिन की गई पूजा, व्रत और दान से पुण्य की प्राप्ति होती है, और व्यक्ति को मानसिक शांति और सुख मिलता है। इस साल मौनी अमावस्या पर शुभ संयोग बन रहा है, जो इस दिन की महत्वता को और भी बढ़ाता है।
Read More: Shattila Ekadashi 2025 षटतिला एकादशी पर करें ये उपाय …मिलेगा अभय वरदान