Masik Shivratri 2025: सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है। लेकिन मासिक शिवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है, जो कि हर माह में एक बार पड़ती है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित है।
इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से महादेव की कृपा बरसती है और कष्टों का निवारण हो जाता है। पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। तो हम आपको मासिक शिवरात्रि की तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
Read more: Darsh Amavasya 2025: नाराज़ पितरों को प्रसन्न करना है तो दर्श अमावस्या पर ऐसे करें पूर्वजों का तर्पण
मासिक शिवरात्रि की तारीख

हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 23 जून दिन सोमवार की रात 10 बजकर 10 मिनट से आरंभ हो रही है जो कि अगले दिन तक रहेगी। मासिक शिवरात्रि में महादेव की पूजा रात में करने का विधान है और 23 जून को रात भर चतुर्दशी तिथि रहेगी। इसलिए इसी दिन ये व्रत किया जाएगा। सोमवार की रात मासिक शिवरात्रि पड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है। ऐसा शुभ संयोग कई वर्षों में एक बार बनता है।
मासिक शिवरात्रि की चार प्रहर पूजा मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि व्रत में भगवान शिव की पूजा रात में चार बार की जाती है। 23 जून सोमवार की रात का प्रथम प्रहर शाम को 6 बजे से रात 9 बजे तक रहेगा। वहीं दूसरा रात 9 बजे से 12 बजे के बीच रहेगा। इसके अलावा तीसरा शुभ मुहूर्त रात 12 बजे से 3 बजे के बीच रहेगा और चौथे व आखिरी प्रहर की पूजा तड़के 3 बजे से सुबह 6 बजे के बीच करें। निशिथ काल पूजा का मुहूर्त रात 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।

Read more: Chaturmas 2025: कब से शुरू हो रहा चातुर्मास? इस दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।