‘मन की बात’ ने पूरे किए 10 साल! PM Modi का 114वां संबोधन शुरू, देश की जनता से बना गहरा जुड़ाव

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
मन की बात

Mann Ki Baat Live: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ ने अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं। इस विशेष अवसर पर पीएम मोदी ने 114वां एपिसोड प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने देश और विदेश के विभिन्न मुद्दों पर जनता से संवाद किया। 2014 में शुरू हुए इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार की योजनाओं और पहलों की जानकारी जनता तक पहुंचाना, साथ ही लोगों की समस्याओं और उपलब्धियों को साझा करना है।

Read more: संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री S. Jaishankar का पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार, कहा-‘अब PoK को खाली कराना ही बचा मुद्दा’

जनता की भागीदारी से सफल हुआ ‘मन की बात’

‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) का पहला प्रसारण 3 अक्टूबर 2014 को हुआ था, और तब से यह कार्यक्रम लगातार लोगों का ध्यान आकर्षित करता आ रहा है। यह आकाशवाणी, दूरदर्शन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल सहित कई प्लेटफार्मों पर प्रसारित किया जाता है। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह है कि इसे 11 विदेशी भाषाओं, 22 भारतीय भाषाओं और 29 स्थानीय बोलियों में भी प्रसारित किया जाता है, जिससे यह देश के हर कोने तक अपनी पहुंच बना पाया है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में इस यात्रा में साथ देने वाले लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि ‘मन की बात’ का हर एपिसोड एक नई कहानी और उपलब्धि को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे इस कार्यक्रम ने देश के सामूहिक प्रयासों और उपलब्धियों को सम्मान दिया है।

किसान, युवा, और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान

‘मन की बात’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों, युवाओं, महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया है। हर एपिसोड में वे इन विषयों पर अपनी राय व्यक्त करते हैं और समाज में इन क्षेत्रों में हो रहे सकारात्मक बदलावों को सामने लाते हैं। इसके अलावा, यह कार्यक्रम न केवल योजनाओं की जानकारी देता है, बल्कि लोगों को प्रेरित भी करता है कि वे अपने क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करें और देश के विकास में योगदान दें।

Read more: Israel Hezbollah War: हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत से घबराया ईरान, UN से लगायी गुहार

‘मन की बात’ में जनता को मिला सम्मान

प्रधानमंत्री ने इस बार के एपिसोड में कहा कि ‘मन की बात’ सिर्फ सरकार का मंच नहीं है, बल्कि यह देश के लोगों की कहानियों का माध्यम है। उन्होंने कहा कि जैसे चकोर पक्षी बारिश की बूंदों को सहेजकर पीता है, वैसे ही लोग ‘मन की बात’ के हर एपिसोड को बड़ी दिलचस्पी से सुनते हैं और उसमें साझा की गई कहानियों से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मन की बात’ में देश के हर कोने से लोगों की सफलता की गाथाएं जुड़ी हैं, जो यह दर्शाती हैं कि सामूहिक प्रयासों से कितने बड़े बदलाव आ सकते हैं।

जनता के साथ सीधा संवाद

‘मन की बात’ को भारतीय लोकतंत्र की एक नई पहल के रूप में देखा जा सकता है, जिसमें प्रधानमंत्री ने सीधे जनता से संवाद किया। यह कार्यक्रम जनता और सरकार के बीच की दूरी को कम करने का एक सशक्त माध्यम बन गया है। कार्यक्रम के माध्यम से पीएम मोदी ने न केवल लोगों की समस्याओं को समझा, बल्कि उन्हें सुलझाने के लिए कई अहम कदम भी उठाए। इसके जरिए उन्होंने जनता को यह संदेश दिया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और उनकी हर समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है।

Read more: Kathua Encounter: कठुआ के मांडली में सुरक्षाबलों और आतंकियों की मुठभेड़ जारी, एक जवान शहीद,दो घायल

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मिली सराहना

‘मन की बात’ केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है, क्योंकि यह कार्यक्रम न केवल भारत की आंतरिक समस्याओं को संबोधित करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी खुलकर बात करता है। प्रधानमंत्री ने इस मंच का उपयोग न केवल देश के लोगों को प्रेरित करने के लिए किया, बल्कि दुनिया भर में भारत की छवि को भी बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया।

आने वाले वर्षों में और मजबूत होगी ‘मन की बात’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आंदोलन बन गया है, जिसमें जनता की भागीदारी बढ़ती जा रही है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले वर्षों में यह कार्यक्रम और भी मजबूत होगा और जनता के साथ सरकार का सीधा संवाद और गहरा होगा।

जनता से संवाद का एक सशक्त मंच

‘मन की बात’ ने 10 सालों में न केवल देश के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है, बल्कि लोगों को सरकार की योजनाओं और नीतियों से सीधे जोड़ने का काम भी किया है। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम ने सरकार और जनता के बीच की दूरी को घटाया है और लोगों को उनके अपने मुद्दों पर खुलकर बात करने का मंच प्रदान किया है। ‘मन की बात’ का यह सफर न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे एक लोकतांत्रिक देश में संवाद और सहयोग से बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।

Read more: Ujjain Mahakal Temple: महाकाल मंदिर के पास निर्माणाधीन धर्मशाला की दीवार गिरने से दो की मौत, चार घायल

Share This Article
Exit mobile version