अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कन्नौज स्टेशन का सुंदरी करण करवाया जा रहा है। शनिवार की दोपहर दो बजे स्टेशन के कार्यालय का निर्माण कार्य चल रहा था। जिसमे स्टेशन के कार्यालय का लेंटर डाला जा रहा था। जिसमें मानक के अनुरूप मटेरियाल न लगाने से लेंटर आधे मे ही गिर गया। कार्य कर रहे मजदूरों की माने तो लेंटर डाल रहे करीब 20 मजदूर स्टरिंग के ऊपर खड़े थे। जबकि स्टरिंग के नीचे करीब 10 मजदूर कार्य कर रहे थे। जो लेंटर गिरने से नीचे दब गए। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से करीब 11 लोगों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुचाया गया है।
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हादसे के दौरान 40 से 50 मजदूरों के दबने की आशका
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुई यह गंभीर और दर्दनाक घटना केंद्र सरकार की अमृत भारत योजना के तहत बन रही दो मंजिला निर्माणाधीन बिल्डिंग के लिंटर के गिरने से हुई। इस हादसे के दौरान 40 से 50 मजदूरों के मलबे में दबने की संभावना जताई जा रही है। यह घटना उस समय हुई जब बिल्डिंग का लिंटर अचानक गिर गया, जिससे वहां काम कर रहे कई मजदूर मलबे में फंस गए।
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रेस्क्यू ऑपरेशन जारी… मलबे के नीचे फंसे लोग
हादसे के बाद, स्थानीय प्रशासन और राहत दल ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। खबर लिखे जाने तक, 15 से अधिक मजदूरों को मलबे से निकाला जा चुका था, लेकिन कई मजदूर अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए थे। यह हादसा इतना भयावह था कि एक मजदूर, महेश कुमार, जो बाल-बाल बच गया, ने कैमरे पर रोते हुए घटना की भयावहता का वर्णन किया। उसने बताया कि वह सुबह नाश्ता करने के बाद, जैसे ही खाना खाने के लिए जा रहा था, तब ही अचानक लिंटर गिरने से हादसा हो गया। उसने यह भी बताया कि उस वक्त वहां करीब 40 से 50 लोग काम कर रहे थे।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
महेश कुमार ने यह भी बताया कि… एक पैर मसाले पर और दूसरा जेनरेटर पर रखा हुआ था, जब यह हादसा हुआ। इस घटना ने न केवल वहां काम कर रहे मजदूरों को प्रभावित किया, बल्कि पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया।इस घटना के बाद, प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता चल सके कि यह हादसा कैसे हुआ और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन को जल्द पूरा किया जाएगा और घायलों को हर संभव सहायता दी जाएगी।
कन्नौज विधायक ने हादसे पर दी प्रतिक्रिया
बता दे…. समाज कल्याण राज्य मंत्री और कन्नौज से विधायक असीम अरुण ने कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि अब तक 23 मजदूरों को मलबे से निकाला जा चुका है। इनमें से 20 मजदूरों को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं, जबकि 3 घायलों को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया है।
असीम अरुण ने यह भी कहा कि…. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है, ताकि बाकी मजदूरों को जल्दी से जल्दी सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि इस हादसे में जितने भी लोग प्रभावित हुए हैं, उन्हें हर संभव मदद दी जा रही है और घायल मजदूरों का इलाज प्राथमिकता से किया जा रहा है।मंत्री ने यह भी व्यक्त किया कि इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने जताई चिंता,आनफान उठाए सख्त कदम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी चिंता व्यक्त की और इसे लेकर तुरंत कदम उठाए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करें और मलबे में फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घायलों का इलाज तुरंत किया जाए और उनकी मदद के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने और उन्हें हर प्रकार की सहायता मुहैया कराने की बात कही।योगी ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए एक जांच आयोग गठित करने की भी घोषणा की, ताकि यह पता चल सके कि हादसा क्यों और कैसे हुआ। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की आवश्यकता भी जताई।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में सभी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।