Mahila Samvad: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राजधानी पटना से ‘महिला संवाद’ अभियान की औपचारिक शुरुआत की। इस अभियान का मकसद राज्य की महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। इस अवसर पर सीएम ने 50 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर महिलाओं से संवाद स्थापित करेंगे।
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अभियान के पहले दिन 600 स्थानों पर संवाद
बताते चले कि, अभियान की शुरुआत के साथ ही पहले दिन 600 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। राज्य सरकार ने इसे एक व्यापक और गहन अभियान के रूप में तैयार किया है, जिसके तहत अगले 60 दिनों में लगभग 70,000 स्थानों पर कार्यक्रम किए जाएंगे। खास बात यह है कि 600 से अधिक प्रचार वाहन ग्रामीण इलाकों में भ्रमण कर महिलाओं से सीधा संपर्क स्थापित करेंगे।
2 करोड़ महिलाओं तक सीधी पहुंच बनाने का लक्ष्य
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि इस अभियान के माध्यम से लगभग दो करोड़ महिलाओं से सीधा संवाद स्थापित किया जाए। इस अभियान में जीविका समूह की 1.35 लाख महिलाएं भी सक्रिय रूप से भाग लेंगी। केवल पटना जिले में ही 1395 से अधिक स्थानों पर कार्यक्रम होंगे, जहां प्रतिदिन सुबह और शाम औसतन 1200 स्थानों पर संवाद सत्र आयोजित किया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण और कल्याणकारी योजनाओं पर फोकस
‘महिला संवाद’ अभियान के तहत महिलाओं को राज्य की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इनमें प्रमुख योजनाएं हैं – महिला सशक्तिकरण नीति 2015, शराबबंदी अभियान,महिला आरक्षण, दहेज प्रथा और बाल विवाह उन्मूलन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, छात्रा पोशाक योजना, और जीविका योजना। इन सभी योजनाओं के उद्देश्य और लाभ महिलाओं को सीधे संवाद के माध्यम से बताए जाएंगे।
सशक्त समाज की नींव रखने की पहल
यह अभियान केवल योजनाओं की जानकारी देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका उद्देश्य महिलाओं को उनकी सामाजिक भूमिका और अधिकारों के प्रति जागरूक करना भी है। सरकार का मानना है कि जब महिलाएं जागरूक और आत्मनिर्भर बनेंगी, तो एक सशक्त समाज की नींव मजबूती से रखी जा सकेगी।
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