Maharashtra New CM: महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर चर्चा में है। महायुति गठबंधन, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं, ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भारी जीत दर्ज की। लेकिन नई सरकार के गठन और मुख्यमंत्री के नाम को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
फडणवीस CM पद की दौड़ में सबसे आगे
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर अपना दबदबा कायम रखा। भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 57, और राकांपा ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार के बीच गहमागहमी जारी है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं। हालांकि, अभी तक भाजपा विधायक दल की बैठक में इस पर आधिकारिक निर्णय नहीं हुआ है।
महायुति की बैठक स्थगित होने से बढ़ा सस्पेंस

मौजूदा कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा नेतृत्व के फैसले का समर्थन करेंगे। वहीं, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने भी फडणवीस के नाम पर सहमति जताई है। इससे यह संभावना प्रबल हो गई है कि फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ शिंदे, फडणवीस और पवार की बैठक के बाद भी कोई स्पष्ट फैसला नहीं हो पाया। शुक्रवार को होने वाली महायुति की महत्वपूर्ण बैठक स्थगित कर दी गई, जो अब रविवार को हो सकती है।
क्यों अहम है यह फैसला?
भारी बहुमत से जीतने के बाद भी मुख्यमंत्री पद पर गतिरोध महायुति की राजनीति में अंदरूनी संतुलन को दर्शाता है।
- भाजपा का दबदबा: भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटें जीतकर अपनी ताकत दिखाई है।
- शिवसेना का सहयोग: शिंदे गुट ने भी गठबंधन में स्थिरता बनाए रखने के लिए भाजपा के निर्णय का समर्थन किया है।
- राकांपा की भूमिका: अजित पवार ने भाजपा के साथ अपने गठबंधन को मजबूत करते हुए फडणवीस के पक्ष में रुख अपनाया।
भले ही फडणवीस का नाम सबसे आगे है, लेकिन गठबंधन के भीतर संतुलन बनाए रखना एक चुनौती है। शिवसेना और राकांपा के समर्थन को स्थिर रखना फडणवीस के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी। इसके साथ ही महायुति को जनता के वादों को पूरा करने और विकास कार्यों को गति देने पर भी ध्यान देना होगा।
5 दिसंबर को होगा शपथ ग्रहण: कौन बनाएगा सरकार?
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, नई सरकार का गठन 5 दिसंबर को तय है। सभी की निगाहें भाजपा विधायक दल की बैठक पर हैं, जहां मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी। देवेंद्र फडणवीस के नाम की संभावना प्रबल है, लेकिन अंतिम फैसला भाजपा नेतृत्व पर निर्भर करेगा। महाराष्ट्र की राजनीति में देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है। लेकिन गठबंधन में शामिल सभी दलों के संतुलन और आगामी कार्यों पर महायुति सरकार को कड़ी मेहनत करनी होगी। भाजपा की यह जीत और नई सरकार का गठन राज्य की राजनीति को नई दिशा देगा। अब सभी की नजरें 5 दिसंबर पर हैं, जब महाराष्ट्र को उसका नया मुख्यमंत्री मिलेगा।