Maharashtra Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही चुनाव आयोग की सक्रियता बढ़ गई है। चुनाव आयोग की स्टेटिक सर्विलांस टीम (SST) ने शुक्रवार देर रात पुणे में एक बड़ी कार्रवाई की, जिसमें 139 करोड़ रुपये की सोने की खेप बरामद की गई। यह खेप एक लॉजिस्टिक सर्विस फर्म के वाहन से पकड़ी गई, जिससे चुनावी गतिविधियों में अव्यवस्था और अनियमितता का संकेत मिलता है।
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वाहन की तलाशी में मिली अवैध खेप
पुणे के सहकारनगर इलाके में एसएसटी ने सीक्वल ग्लोबल प्रेशियस लॉजिस्टिक्स के एक टेम्पो को रोका। तलाशी के दौरान, टीम को टेम्पो में रखे बक्सों में आभूषण मिले। यह टेम्पो मुंबई से आ रहा था। अधिकारियों ने मामले की जानकारी आयकर विभाग और चुनाव आयोग के अन्य अधिकारियों को दी, जिसके बाद आभूषणों की कीमत 139 करोड़ रुपये आंकी गई। हालांकि, पुणे की एक ज्वैलर फर्म, पीएन गाडगिल एंड संस, ने इस खेप को वैध बताया है। कंपनी के CEO अमित मोदक ने स्पष्ट किया कि यह आभूषण पुणे के विभिन्न सोनारों की दुकानों के हैं। खेप में उनकी कंपनी का 10 किलोग्राम माल भी शामिल है, और हर आभूषण के साथ जीएसटी चालान भी जुड़ा है।
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टेम्पो ड्राइवर को भी नहीं थी जानकारी
अमित मोदक ने बताया कि सोने की इस खेप की जानकारी टेम्पो के ड्राइवर तक को नहीं थी। केवल भेजने वाले सोनार और प्राप्तकर्ता को इसकी जानकारी होती है। इस खेप में पुराने सोने के आभूषण और लगभग 1.5 करोड़ रुपये के हीरे के आभूषण भी शामिल हैं। इस घटना से पहले, 21 अक्टूबर को पुणे ग्रामीण क्षेत्र में भी 5 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई थी। यह नकदी पुलिस द्वारा मुंबई-बेंगलुरु हाइवे पर की गई नाकाबंदी के दौरान एक कार से जब्त की गई थी। कार सतारा की दिशा में जा रही थी और इसमें चार लोग सवार थे।
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आचार संहिता की उड़ी धज्जियां?
महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लागू है, और ऐसे में ये घटनाएं चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं। चुनाव आयोग की यह कार्रवाई स्पष्ट करती है कि वह चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और पारदर्शी बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस तरह की घटनाएं न केवल चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन करती हैं, बल्कि समाज में अव्यवस्था फैलाने का भी काम करती हैं।
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