Maharashtra Assembly Election Result 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे राजनीतिक तापमान को और बढ़ा रहे हैं। शनिवार को जारी हुए परिणामों ने सत्ताधारी भाजपा और उसके सहयोगियों को शानदार बढ़त देते हुए विपक्षी महाविकास अघाड़ी को बड़ा झटका दिया। 288 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 220 से अधिक सीटों पर बढ़त हासिल की है, जबकि महाविकास अघाड़ी 54 सीटों तक सिमटती नजर आई।
क्षेत्रवार नतीजों से तय हुआ सियासी समीकरण
महाराष्ट्र जैसे विशाल राज्य में चुनावी समीकरण क्षेत्रवार तैयार होते हैं। राज्य को विदर्भ, मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण और उत्तर महाराष्ट्र जैसे पांच प्रमुख क्षेत्रों में बांटा गया है। इस बार भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट)-एनसीपी (अजित पवार) गठबंधन ने सभी क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत की है। आइए, जानते हैं क्षेत्रवार नतीजों का पूरा विश्लेषण।
पश्चिम महाराष्ट्र: भाजपा की ऐतिहासिक जीत, शरद पवार को झटका
पश्चिम महाराष्ट्र, जिसे महाराष्ट्र की राजनीति का गढ़ माना जाता है, में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। 58 सीटों वाले इस क्षेत्र में भाजपा ने 24 सीटें जीतीं, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 17 था। अजित पवार गुट ने यहां 12 सीटें जीतीं, जो उनकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ का संकेत है। शरद पवार की एनसीपी महज 5 सीटों पर सिमट गई, जबकि 2019 में उन्होंने 21 सीटें जीती थीं। कांग्रेस का हाल सबसे खराब रहा, जिसे केवल 1 सीट मिली। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने यहां 10 सीटें जीती थीं।
Read more: Maharashtra गठबंधन की जीत पर PM मोदी ने मतदाताओं का जताया आभार, Jharkhand में JMM गठबंधन को दी बधाई
कोंकण: भाजपा-शिंदे गुट ने बरकरार रखा दबदबा
कोंकण क्षेत्र, जिसमें 75 सीटें शामिल हैं, में भाजपा और शिंदे गुट का प्रदर्शन शानदार रहा। भाजपा ने 32 सीटें जीतीं, जो 2019 के मुकाबले 5 सीटों की बढ़त है। एकनाथ शिंदे की पार्टी ने 23 सीटें हासिल कीं, जो उनकी कोंकण क्षेत्र में बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बड़ा झटका लगा, उनकी सीटें 29 से घटकर 9 रह गईं। कांग्रेस और एनसीपी को इस क्षेत्र में सिर्फ 2-2 सीटें मिलीं, जबकि अन्य को 4 सीटों पर सफलता मिली।
विदर्भ: भाजपा ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
विदर्भ, जो भाजपा का गढ़ माना जाता है, में पार्टी ने अपनी स्थिति और मजबूत की। 62 सीटों वाले इस क्षेत्र में भाजपा ने 34 सीटें जीतीं, जो 2019 में मिली 29 सीटों से अधिक हैं। कांग्रेस 15 सीटों से घटकर 11 पर आ गई। शरद पवार की एनसीपी 6 से घटकर 1 सीट पर सिमट गई। उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 4 सीटों पर कब्जा बरकरार रखा, जबकि शिंदे गुट को 5 सीटें मिलीं।
मराठवाड़ा: कांग्रेस और शिवसेना को हुआ भारी नुकसान
मराठवाड़ा क्षेत्र, जिसमें 46 विधानसभा सीटें हैं, में भाजपा ने विपक्ष को कड़ी टक्कर दी। भाजपा ने 15 सीटों पर कब्जा जमाया, हालांकि यह आंकड़ा 2019 के 16 सीटों से थोड़ा कम है। शिंदे गुट ने इस क्षेत्र में 12 सीटें जीतीं, जबकि उद्धव गुट को सिर्फ 4 सीटों से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस 8 सीटों से घटकर महज 2 सीटों पर रह गई। अन्य दलों ने यहां 2 सीटें जीतीं।
उत्तर महाराष्ट्र: भाजपा और शिंदे का बढ़ता प्रभाव
47 सीटों वाले उत्तर महाराष्ट्र क्षेत्र में भाजपा और शिंदे गुट ने बड़ी सफलता हासिल की। भाजपा ने 19 सीटें जीतीं, जो 2019 के 16 सीटों से अधिक है। अजित पवार की एनसीपी को 11 सीटें मिलीं। शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस को क्रमशः 1 और 3 सीटों पर संतोष करना पड़ा। उद्धव ठाकरे की शिवसेना का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जो 6 सीटों से शून्य पर आ गई। शिंदे गुट ने 9 सीटें जीतकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
2019 और 2024 के बीच बड़ा अंतर
2019 के मुकाबले भाजपा ने इस बार सभी क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत की है। 2019 में भाजपा को 105 सीटें और शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं, जबकि इस बार भाजपा ने अकेले 126 सीटें जीतीं और शिंदे गुट को 54 सीटें मिलीं। एनसीपी (अजित गुट) ने इस बार 38 सीटें जीतीं, जबकि 2019 में पूरी एनसीपी को 54 सीटें मिली थीं। कांग्रेस का ग्राफ हर क्षेत्र में गिरा है।