Maharajganj News: महाराजगंज जनपद के विकास खंड नौतनवा के अंतर्गत ग्राम पंचायत चकदह में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। शासन द्वारा NMMS (नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम) ऐप के माध्यम से मजदूरों की उपस्थिति को अनिवार्य किए जाने के बावजूद, चकदह में इस आदेश की खुलेआम अवहेलना की गई है।
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लाइव उपस्थिति की जगह दिखाए गए फोटो से फोटो
शासनादेश के अनुसार मनरेगा कार्यों में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मजदूरों की दो बार (सुबह और शाम) लाइव फोटो उपस्थिति अनिवार्य की गई है। लेकिन चकदह में इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक बड़ा घोटाला किया गया। जांच में पाया गया कि वास्तविक उपस्थिति के बजाय पुराने या एक जैसे फोटो को अलग-अलग तारीखों में अपलोड कर ₹2.5 लाख (लगभग ढाई लाख रुपए) का मजदूरी दर्शाया गया है । यह सीधे तौर पर सरकारी धन की लूट का मामला है।
आयुक्त ग्राम विकास के पत्र की भी अनदेखी
आयुक्त, ग्राम विकास द्वारा हाल ही में एक पत्र जारी कर साफ शब्दों में निर्देशित किया गया था कि मनरेगा में किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। NMMS ऐप की निगरानी को मजबूत करने और सभी कार्यस्थलों पर मजदूरों की वास्तविक उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे।
C.D.O. की चेतावनी भी बेअसर
बीते दो दिन पूर्व ही महाराजगंज के मुख्य विकास अधिकारी (C.D.O.) ने समस्त रोजगार सेवकों को चेतावनी जारी की थी कि यदि मनरेगा में कोई अनियमितता या फर्जीवाड़ा पाया गया तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके, चकदह में यह गंभीर मामला सामने आना शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।
यह घटना न केवल शासनादेश की अवहेलना है, बल्कि ग्रामीण विकास योजनाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लगाती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले पर कितनी शीघ्र और सख्त कार्रवाई करता है।
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