Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रयागराज के संगम में आस्था की डुबकी लगाई। संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के बाद राष्ट्रपति मुर्मु ने अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करने की योजना बनाई है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ मौजूद रहे। राष्ट्रपति का यह धार्मिक यात्रा न केवल प्रयागराज, बल्कि पूरे देश के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक क्षण बन गया है।
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संगम में आस्था की डुबकी और धार्मिक दर्शन

प्रयागराज पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद दोनों संगम क्षेत्र पहुंचे, जहां राष्ट्रपति ने मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई। यह क्षण सनातन आस्था को दृढ़ बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। राष्ट्रपति का संगम में पुण्य की डुबकी लगाना एक ऐतिहासिक घटना है, जो इस महाकुंभ के महत्व को और भी बढ़ाता है।
महाकुंभ का महत्व और राष्ट्रपति का दौरा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संगम में आना महाकुंभ के अवसर पर एक धार्मिक प्रतीक बन गया है। इस दौरान राष्ट्रपति ने एक दिन से भी अधिक समय तक संगम नगरी में रहकर धार्मिक स्थलों का दर्शन-पूजन किया। इसके अलावा, वह अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी, जो इस क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। राष्ट्रपति के इस दौरे से न केवल प्रयागराज के महाकुंभ की महिमा बढ़ी है, बल्कि यह भारत की धार्मिक धरोहर और संस्कृति को भी सशक्त करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
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केंद्र और राज्य की सहभागिता में धार्मिक समारोह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रही। इस धार्मिक यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए इसे पूरे देश के लिए गौरव का विषय बताया। राष्ट्रपति के इस दौरे से महाकुंभ का महत्व और भी बढ़ गया है, और यह समाज में एकता और धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा।