Maha Kumbh Mela 2025: शाही स्नान के बाद संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। शुक्रवार रात से ही वाराणसी के कैंट स्टेशन से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों का कब्जा बढ़ गया है। रिजर्वेशन वाले यात्रियों को भी अपनी सीट पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। ट्रेनों में इतनी भीड़ हो गई कि कई यात्री तो टॉयलेट में बैठकर सफर करने को मजबूर हो गए।
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आरपीएफ जवानों को भी बोगी खाली कराने में आई मुश्किलें

जिन यात्रियों ने रिजर्वेशन कराया था, उन्हें भी सीट मिलना मुश्किल हो रहा था। चेन पुलिंग और कब्जे की शिकायतें मिलने के बाद आरपीएफ के जवानों को बोगी को खाली कराने में पसीने बहाने पड़े। इसके बावजूद यात्री अंदर घुसने के लिए संघर्ष करते रहे। हालात इतने बिगड़ गए कि डिप्टी स्टेशन मास्टर को यात्रियों का विरोध झेलना पड़ा, जो ट्रेन में चढ़ने के लिए परेशान थे।
वीकेंड का दबाव और बढ़ी भीड़

वीकेंड के चलते भी यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। लोग शाही स्नान के बाद संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं, जिसके कारण ट्रेनों में अतिरिक्त दबाव देखने को मिल रहा है। जयनगर-एलटीटी पवन एक्सप्रेस के यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इस दौरान कुछ यात्रियों ने डिप्टी एसएस के पास जाकर हंगामा भी किया।
सफर की कठिनाइयां

यात्री इस भारी भीड़ से परेशान हो गए हैं, लेकिन रेलवे प्रशासन के लिए यात्रियों की समस्या का समाधान करना एक चुनौती बन गया है। ट्रेनों में इतनी भीड़ हो गई है कि यह सिर्फ एक यात्री समस्या नहीं, बल्कि एक बड़े परिवहन संकट का रूप ले चुकी है। आशा है कि रेलवे प्रशासन जल्द ही इस पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त ट्रेनें चलाने या यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं करने की दिशा में कदम उठाएगा, ताकि श्रद्धालु अपने सफर को आरामदायक और सुरक्षित तरीके से पूरा कर सकें।