उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा भव्य और दिव्य महाकुम्भ का आयोजन अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को 10 देशों का 21 सदस्यीय दल संगम में पवित्र डुबकी लगाएगा। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के एक्सटर्नल पब्लिसिटी एंड पब्लिक डिप्लोमेसी डिवीजन द्वारा आमंत्रित 10 देशों का 21 सदस्यीय दल बुधवार को पहुंच रहा है। इस दल के आवास की व्यवस्था अरैल क्षेत्र स्थित टेंट सिटी में की गई है, जिसे उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा निर्मित किया गया है।
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10 देशों का 21 सदस्यीय दल महाकुंभ का करेगा हवाई भ्रमण

10 देशों का 21 सदस्यीय दल महाकुम्भ क्षेत्र का हवाई भ्रमण करेंगे बुधवार को दल के महाकुम्भ मेला क्षेत्र में भ्रमण का कार्यक्रम है।शाम 5:00 बजे से 6:30 बजे तक हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया है, जिसमें दल के सदस्य प्रयागराज की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का अनुभव करेंगे। रात में टेंट सिटी में रात्रि भोजन और विश्राम की व्यवस्था की गई है। अंतर्राष्ट्रीय दल गुरुवार, 16 जनवरी को सुबह 8:00 बजे त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएगा।इसके बाद नाश्ते के पश्चात 9:30 बजे दल के सदस्यों को हेलीकॉप्टर से महाकुम्भ क्षेत्र का हवाई अनुभव कराया जाएगा। भ्रमण कार्यक्रम दोपहर 1:30 बजे समाप्त होगा और दल एयरपोर्ट के लिए रवाना होगा।
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मलेशिया,यूएई,मॉरीशस के अलावा अन्य 10 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल

10 देशों के प्रतिनिधि शामिल इस अंतर्राष्ट्रीय दल में फिजी, फिनलैंड, गयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि शामिल हैं।संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है,जिसमें करोड़ों श्रद्धालु अपनी आस्थाओं के साथ शामिल होते हैं। यह मेला हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है और इसमें लोग पवित्र संगम (गंगा, यमुन और सरस्वती) में स्नान करने आते हैं, ताकि उन्हें मोक्ष प्राप्त हो सके।महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और आस्था का प्रतीक है। यह वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है।
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विदेशी देशों के दल के भ्रमण का उद्देश्य
10 देशों का यह दल महाकुंभ के दौरान भारत की सांस्कृतिक धरोहर को समझने और उसके महत्व को जानने के लिए विशेष रूप से आया है।विदेशी देशों के प्रतिनिधियों को संगम स्थल पर विशेष पूजा-अर्चना, स्नान, धार्मिक अनुष्ठान, और आस्था से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।दल के दौरे के दौरान उन्हें महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थित विभिन्न धार्मिक स्थलों की जानकारी दी जाएगी।इसके अलावा वे भारतीय आध्यात्मिकता, योग, ध्यान, और तंत्र-मंत्र के बारे में भी जानेंगे। भारतीय और वैश्विक धार्मिक परंपराओं के बीच संवाद स्थापित करने के लिए विशेषज्ञों के साथ संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे।