Lucknow News: लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मंगलवार रात को एक ऐसा वाकया हुआ जिसने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। आधी रात के बाद प्लेटफार्म नंबर एक पर एक एसयूवी (SUV) कार धड़धड़ाती हुई पहुंच गई। कार की तेज रफ्तार और उसके प्लेटफार्म पर आने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यह गाड़ी पार्सल घर के बगल से प्लेटफार्म पर दाखिल हुई थी और 500 मीटर तक प्लेटफार्म पर दौड़ती रही। सौभाग्यवश, कोई यात्री इसकी चपेट में नहीं आया।
आरपीएफ की तत्परता से रोकी गई बड़ी घटना
इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने तत्परता दिखाते हुए कार को जीआरपी कार्यालय के पास रोका और कार चालक को हिरासत में लिया। कार चला रहा युवक लखनऊ के सरोजिनी नगर का रहने वाला हितेश तिवारी था, जबकि उसके साथ बंथरा का रहने वाला शिवांश चौधरी भी मौजूद था। दोनों को बुधवार सुबह रेलवे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से हितेश को जेल भेज दिया गया।
नशे में धुत थे दोनों युवक
आरपीएफ निरीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि दोनों युवक नशे में धुत थे और ढंग से बात भी नहीं कर पा रहे थे। यही वजह थी कि वे एसयूवी कार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर ले आए थे। दोनों की मेडिकल जांच बलरामपुर अस्पताल में कराई गई, जहां उनके खून के सैंपल लिए गए हैं।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
यह पहली बार नहीं है जब चारबाग रेलवे स्टेशन पर इस तरह की घटना हुई हो। करीब एक साल पहले, प्लेटफार्म नंबर नौ के पास बने रैंप से एक मंत्री की गाड़ी भी स्टेशन पर चढ़ा दी गई थी। उस समय भी बड़ी घटना होते-होते टल गई थी। मंत्री की गाड़ी का वीडियो वायरल होने के बाद आरपीएफ ने कार्रवाई की थी और ड्राइवर को कोर्ट में सरेंडर करने पर 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिली थी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने चारबाग रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्टेशन पर हर वक्त यात्रियों की भीड़ रहती है, ऐसे में एक एसयूवी का बिना रोके प्लेटफार्म तक पहुंच जाना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर अब रेलवे प्रशासन को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें। यह घटना चारबाग रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर एक कड़ा सवाल खड़ा करती है। जिस तरह से एक एसयूवी बिना किसी रोक-टोक के प्लेटफार्म पर पहुंच गई और 500 मीटर तक दौड़ती रही, यह दर्शाता है कि सुरक्षा में कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई है। इस घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रशासन को सतर्क होना पड़ेगा और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
सीसीटीवी फुटेज से हो रही है जांच
आरपीएफ ने घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि एसयूवी कार आखिर कैसे प्लेटफार्म तक पहुंच गई। आरपीएफ निरीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने फिर योगी सरकार पर कसा तंज
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए एक बार फिर से योगी सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने लिखा कि, “लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर देर रात नशे में धुत दो युवकों ने प्लेटफॉर्म पर ही गाड़ी चढ़ा दी। जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी. ख़ास बात ये है कि गाड़ी पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। अब जब भाजपा का झंडा लगा हुआ है तो रंगबाजी का लाइसेंस भी मिल गया है। वैसे यह कोई पहली ऐसी घटना नहीं है इससे पहले भी एक विधायक जी के ड्राईवर ने चारबाग में ही ऐसा खुराफात करने की हिमाकत की थी।”
उन्होंने आगे लिखा कि, “डबल इंजन सरकार की खास बात यही तो है कि भाजपाई का चोला ओढ़कर हर गुंडे-मवाली प्रदेश में अपने पिताजी का ही राज समझ रहे हैं। भाजपा का झंडा हाथ में है तो इनके लिए सारा लॉ & ऑर्डर जेब में ही है, इसलिए जो मन में आता है करते रहते हैं।”
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