Lucknow News: आज के समय में हर माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं ताकि वे एक अच्छी नौकरी पाकर बेहतर जीवन जी सकें. लेकिन प्रयागराज के एक दंपति की आर्थिक तंगी ने उन्हें ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया जहां बच्चों की पढ़ाई की चिंता ने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया.
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लखनऊ के होटल में मिला शव
लखनऊ (Lucknow) के प्रतिष्ठित राजवीर होटल (Rajveer Hotel) के एक कमरे में पति-पत्नी का शव मिलने से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि महबूब आलम और जेबा अंसारी, जो प्रयागराज (Prayagraj) के करेली इलाके के रहने वाले थे, शुक्रवार को होटल आए थे और एक दिन के लिए कमरा बुक किया था. जब सुबह चेक आउट के लिए होटल कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला. मैनेजर ने भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो पुलिस को सूचित किया गया.
पुलिस की कार्रवाई और शुरुआती जांच
मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा तो पति-पत्नी के शव फंदे से लटके हुए पाए गए. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की जांच शुरू कर दी. मृतकों की पहचान महबूब आलम और जेबा अंसारी के रूप में हुई है. दोनों प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले थे और होटल के कमरा नंबर 302 में रुके थे. घटना की सूचना मिलने पर डीसीपी सेंट्रल और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे.
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आत्महत्या की वजह और पुलिस की जांच
पुलिस के मुताबिक, मौत की असल वजह का पता अभी नहीं चल पाया है. नाका इंस्पेक्टर वीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है. यह घटना लखनऊ के थाना नाका क्षेत्र के चारबाग चौकी इलाके के होटल में हुई है. पुलिस ने बताया कि पति-पत्नी, जो शुक्रवार शाम को होटल में रहने के लिए आए थे, ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आत्महत्या की वजह का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
आर्थिक तंगी और बच्चों की शिक्षा की चिंता
आपको बता दे कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दंपति अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहे थे और आर्थिक तंगी के कारण बहुत परेशान थे. इसी चिंता ने उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया.
समाज के लिए एक सीख
यह दुखद घटना समाज के लिए एक सीख है कि आर्थिक समस्याओं और बच्चों की शिक्षा की चिंता को लेकर माता-पिता को मानसिक समर्थन और सरकारी मदद की जरूरत होती है. ऐसी घटनाएं रोकने के लिए समाज और सरकार को मिलकर काम करना चाहिए ताकि कोई और परिवार इस तरह की त्रासदी का शिकार न हो.
बच्चों की शिक्षा और आर्थिक तंगी की समस्याएं समाज में बहुत ही गंभीर मुद्दे हैं. इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इन समस्याओं का समाधान खोजने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. इस दुखद घटना से सबको सबक लेना चाहिए और समाज में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए.
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