Lucknow News: लखनऊ की विजिलेंस टीम (Vigilance Team) ने पांच रिटायर्ड जल निगम इंजीनियरों (water corporation engineers) के घरों पर छापेमारी कर करोड़ों की संपत्ति का पर्दाफाश किया है। टीम को इन अधिकारियों के घरों से दिल्ली से लेकर लखनऊ तक फैले बैंक लॉकर और अकूत संपत्ति मिली है। छापेमारी (Raid on houses of retired Jal Nigam engineers) के दौरान टीम को नौ-नौ एसी से लैस घर, करोड़ों के जेवर, और लग्जरी गाड़ियां मिलीं, जो उनके आय से अधिक संपत्ति की ओर इशारा करती हैं।
बैंक लॉकर और लग्जरी गाड़ियों का जाल
विजिलेंस टीम की जांच में खुलासा हुआ कि इन अधिकारियों के पास लखनऊ से लेकर दिल्ली तक कई बैंकों में लॉकर हैं। साथ ही हर अधिकारी के पास 25-30 लाख की दो-दो लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। इनके घरों में नौ एसी लगे होने के साथ, करोड़ों की कीमत के सोने-चांदी के जेवरात भी मिले हैं। विजिलेंस टीम अब इनकी संपत्ति का मूल्यांकन कर रही है, और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, अधिकारियों की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं।
रेड के बाद दस्तावेजों का खुलासा
विजिलेंस टीम ने दो दिन पहले की गई छापेमारी के आधार पर एक विस्तृत दस्तावेज तैयार किया है, जिसमें उन्होंने इन अधिकारियों की अवैध संपत्तियों का खुलासा किया। जांच में पता चला है कि इन अधिकारियों ने लखनऊ, देवरिया, नोएडा और दिल्ली में महंगी जमीने खरीदी हैं। इनमें से एक अधिकारी की मोहनलालगंज में जमीन पर स्कूल भी चल रहा है।
जांच में हुआ अधिकारियों की संपत्ति का खुलासा
जिन अधिकारियों के खिलाफ यह जांच चल रही है, उनके नाम राघवेंद्र गुप्ता, सतवीर सिंह चौहान, अजय रस्तोगी, कमल कुमार खरबंदा और कृष्ण कुमार पटेल हैं। यह भी पता चला है कि इनमें से कई अधिकारियों ने अपने काले धन को छुपाने के लिए महंगे इलाकों में संपत्तियों में निवेश किया है। विजिलेंस की टीम ने जब दस्तावेज मांगे तो अधिकारियों ने टालमटोल करने का प्रयास किया, जिसके बाद टीम ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर छापेमारी शुरू की।
दो करोड़ से अधिक के मिले जेवरात
जांच के दौरान अधिकारियों के घरों से दो करोड़ से ज्यादा के जेवरात बरामद हुए हैं। इसके अलावा, घरों में महंगी सजावटी वस्तुएं, जैसे एक लाख रुपये का सोफा और नौ-नौ एसी मिले हैं, जो अधिकारियों की अवैध कमाई की ओर इशारा करते हैं। यह छापेमारी प्रशासन की ओर से मिले निर्देशों के आधार पर की गई थी, और अब इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
आगे की कार्रवाई की तैयारी
विजिलेंस टीम की इस बड़ी कार्रवाई ने जल निगम के अधिकारियों की अवैध संपत्ति को उजागर कर दिया है। जांच अभी भी जारी है, और आने वाले दिनों में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। सरकार की ओर से इन भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। इस छापेमारी से यह साफ हो गया है कि भ्रष्टाचार पर योगी सरकार की नजरें कड़ी हैं और राज्य में अवैध संपत्तियों पर कड़ा शिकंजा कसा जा रहा है।