Lucknow News: गन्ना बकाया भुगतान को लेकर किसानों का आक्रोश एक बार फिर राजधानी लखनऊ में फूट पड़ा। शनिवार को विभूति खंड थाना क्षेत्र स्थित बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड के मुख्यालय बजाज भवन में किसानों ने कब्जा कर दफ्तर में भूसा भर दिया। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के नेतृत्व में किसानों ने इस आंदोलन की शुरुआत की, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और महिलाएं शामिल हुईं।
1,033 करोड़ रुपये का बकाया बना विवाद की जड़
किसानों का कहना है कि बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड ने गन्ना किसानों के 1,033 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक नहीं किया है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। कई किसान अपनी बेटियों की शादी के लिए इस भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि चीनी मिल प्रशासन केवल आश्वासन देकर उन्हें टाल रहा है।
भारी संख्या में जुटे किसान और महिलाएं
राजधानी लखनऊ के बजाज भवन पर प्रदर्शन करने के लिए किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंचीं। प्रदेश के विभिन्न जिलों से किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने इस आंदोलन को समर्थन दिया।
दफ्तर में भूसा भरकर जताया गुस्सा
गुस्साए किसानों ने बजाज भवन में भूसा भरकर अपना आक्रोश जताया। किसान रामकिशन ने बताया कि गन्ना भुगतान न होने के कारण किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसानों का कहना है कि वे लंबे समय से अपने बकाये की मांग कर रहे हैं, लेकिन चीनी मिल प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।
मौके पर पुलिस बल तैनात
किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सक्रिय है, लेकिन किसानों का कहना है कि जब तक बकाया भुगतान नहीं किया जाएगा, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने भी अपनी पीड़ा जाहिर की। उन्होंने कहा कि घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। कई किसान बेटियों की शादी जैसे जरूरी कार्यों के लिए परेशान हैं, लेकिन चीनी मिल प्रशासन के रवैये ने उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर कर दिया है।
क्या कह रहे हैं किसान नेता?
प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने कहा, “किसानों को उनके हक का पैसा नहीं मिल रहा है। गन्ना भुगतान को लेकर मिल प्रबंधन गंभीर नहीं है। सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए और किसानों को उनका बकाया तुरंत दिलाना चाहिए।” किसानों का कहना है कि गन्ना भुगतान न होने से उनके परिवार पर संकट गहरा गया है। किसान यूनियन ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और जल्द से जल्द भुगतान सुनिश्चित करने की अपील की है। किसानों का आरोप है कि चीनी मिल केवल आश्वासन दे रही है, लेकिन ठोस कदम नहीं उठा रही।
किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर जल्द ही उनका बकाया भुगतान नहीं किया गया, तो आंदोलन और उग्र हो सकता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह इस मुद्दे पर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और चीनी मिल प्रबंधन किसानों की इस गंभीर समस्या का समाधान कैसे करते हैं।